मेडकार्ट ने 100वां स्टोर खोलकर अपने रिटेल फुटप्रिंट को मजबूत किया,,

475

जयपुर, 09 जून 2022।(निक चिकित्सा) भारत में जेनेरिक दवाओं की अग्रणी ओमनी-चैनल रिटेल चेन में से एक मेडकार्ट ने गुरुवार को अपना 100वां स्टोर लॉन्च करने की घोषणा की। यह स्टोर जयपुर के 100 फीट रोड पर भोमिया नगर क्षेत्र में स्थित है और यह शहर में मेडकार्ट का 12वां स्टोर है। इस लॉन्च के साथ, मेडकार्ट जयपुर में अपने स्टोर के नेटवर्क को मजबूत करेगा और जयपुर के लोगों को गुणवत्तापूर्ण और सस्ती जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराएगा। मेडकार्ट ने हाल ही में गुजरात के राजकोट और आनंद शहरों में अपने स्टोर खोलने की घोषणा की है।
वर्ष 2014 में अंकुर अग्रवाल और पराशरन चारी द्वारा स्थापित, मेडकार्ट लोगों को सबसे सस्ती दरों पर सर्वोत्तम गुणवत्ता (डब्ल्यूएचओ-जीएमपी प्रमाणित) जेनेरिक दवाओं तक पहुंच प्रदान करके अपने मेडिकल बिल्स को कम करने का अवसर देता है। फर्म के पास अब पूरे पश्चिमी भारत में 100 स्टोरों का एक व्यापक नेटवर्क है, जिसकी गुजरात, राजस्थान और महाराष्ट्र में प्रमुख प्रमुख रूप से उपस्थिति दर्ज है।
लोगों को गुणवत्ता वाली जेनेरिक दवाओं के बारे में शिक्षित करने और फिर अपने ग्राहकों को सस्ती दवाएं उपलब्ध कराने के मिशन पर, मेडकार्ट का लक्ष्य आने वाले वर्षों में अपनी खुदरा उपस्थिति को 200 से अधिक स्टोर तक आक्रामक रूप से विस्तारित और दोगुना करना है।

मेडकार्ट के जेनेरिक दवा आउटलेट्स का विस्तृत नेटवर्क केवल डब्ल्यूएचओ-जीएमपी प्रमाणित निर्माताओं से सस्ती दवाओं और जेनेरिक की खुदरा बिक्री करता है और कोई भी दवा ग्राहक को गुणवत्ता पर किसी भी समझौता किए बिना किसी के मेडिकल बिल पर कम से कम 15 प्रतिशत और 85 प्रतिशत तक बचाने में मदद करेगी।
लॉन्च पर टिप्पणी करते हुए, मेडकार्ट के को-फाउण्डर, श्री अंकुर अग्रवाल ने कहा, “यह लॉन्च हमारी खुदरा उपस्थिति को मजबूत करने और गुणवत्ता वाली जेनेरिक दवाओं को सभी के लिए आसानी से सुलभ बनाने के लिए हमारी विस्तार योजनाओं के अनुरूप है। हमारा लक्ष्य अपने ग्राहकों को सर्वोत्तम गुणवत्ता वाली दवाएं उपलब्ध कराना है।‘‘
कम्पनी ने हाल ही में (नवम्बर 2021) नवम्बर 2021 में सीरीज-ए राउण्ड ऑफ फंडिंग में 40 करोड़ रुपए जुटाए, जिसका उद्देश्य अपने रिटेल फुटप्रिन्ट को मजबूत करना था।
श्री अग्रवाल ने आगे कहा ‘मेडकार्ट में, हमने सफलतापूर्वक घरेलू चिकित्सा बिलों को 85 प्रतिशत तक कम कर दिया है और अब तक, हमने अपने ग्राहकों ( 6 लाख परिवारों) को पिछले सात वर्षों में कुल मिलाकर उनके चिकित्सा बिलों पर 250 करोड़ रुपए बचाने में मदद की है।‘‘
हाल ही में, मेडकार्ट ने अपने ग्राहकों के लिए अधिक व्यक्तिगत अनुभव जोड़ने के लिए ऑनलाइन चैनल बनाने की शुरुआत की। मेडकार्ट के पास जीर्ण रोगों वाले कम से कम 6 लाख ग्राहकों का विश्वसनीय आधार है।
अग्रवाल ने बताया कि “जेनेरिक दवाओं के बारे में कम जागरूकता जेनेरिक दवाओं को अपनाने में एक प्रमुख बाधा रही है। मेडकार्ट से शुरुआत करने के पीछे का विचार सरल था अगर दुनिया भर के लोग जेनेरिक दवाओं से लाभान्वित हो सकते हैं, तो भारतीय क्यों नही ? लोगों में यह धारणा है कि दवाओं के ब्राण्डेड नाम दवाओं के वास्तविक नाम होते हैं, जो कम जागरूकता के कारण उपजे है। इसे बदलने की जरूरत है।‘‘ मेडकार्ट स्टोर्स पर, हमारे योग्य कर्मचारियों को विभिन्न ब्राण्ड्स की एक ही दवा की कीमत और मॉल्यीकूल्स के बीच अंतर समझाने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है ताकि ग्राहक इसके लाभ से अधिकतम लाभ उठा सकें।‘‘
2021 में जारी नीति आयोग की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय आबादी का कम से कम 30 प्रतिशत, या 40 करोड़ व्यक्ति स्वास्थ्य के लिए किसी भी वित्तीय सुरक्षा या स्वास्थ्य व्यय सहायता की किसी भी योजना से वंचित हैं।

*Open link for this news*

*हमारे चैनल को सब्सक्राइब जरूर करें अपनी समस्या व खबर के लिए संपर्क करें हमारे व्हाट्सएप नंबर पर 8107068124*

    इस अवसर पर मेडकार्ट के को-फाउण्डर, पराशरन चारी ने कहा ‘‘ऐसी स्थिति में भारत में जेनेरिक दवाओं को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाने चाहिए भारत एक ऐसा देश है जहां जीर्ण रोगों और लाइफ स्टाइल की बीमारियों का बोझ बहुत अधिक है और लगातार बढ़ रहा है। हमारे आंकड़ों के आधार पर, घरेलू चिकित्सा बिल कम से कम तीन गुना बढ़ जाते हैं, भले ही घर के एक सदस्य को कोई जीर्ण रोग से या लाइफ स्टाइल की बीमारी हो, जेनेरिक दवाएं यहां बड़े गेम चेंजर साबित हो सकती हैं।‘‘ उन्होंने कहा ‘‘भविष्य में हम सस्ती दवाओं तक पहुंच को सक्षम करने के लिए नए बाजारों में प्रवेश करते रहेंगे, जो कि किफायती हैल्थकेयर की दिशा में बहुत अधिक है।‘‘
    “लोगों को अपने घरेलू चिकित्सा बिलों को कम करने में मदद करने के हमारे मिशन के लिए हमारी खुदरा उपस्थिति को मजबूत करना बेहद महत्वपूर्ण है। हम केवल उन्हीं निर्माताओं से दवाएं चुनकर लेते हैं जो डब्ल्यूएचओ-जीएमपी प्रमाणित हैं ताकि गुणवत्ता से समझौता न हो। आगे बढ़ते हुए, हम सस्ती दवाओं तक पहुंच को सक्षम करने के लिए नए नए बाजारों में प्रवेश करते रहेंगे, जो कि सस्ती स्वास्थ्य सेवा की दिशा में बहुत ज़रूरी है।” चारी ने आगे कहा।
    गौरतलब है कि मेडकार्ट ब्राण्डेड दवाओं से लेकर गुणवत्ता वाले जेनरिक तक उद्योग में उच्चतम एडॉप्शन रेट (95 प्रतिशत) में से एक है। कम्पनी का एक बड़ा रिपीट रेवेन्यू प्रोफाइल है जिसमें 80 प्रतिशत से अधिक रेवेन्यू रिपीट बिजनेस से आता है। मेडकार्ट से कम से कम 3,000 डॉक्टर और चिकित्सक जेनेरिक में अपनी दवाएं खरीदते हैं। कम्पनी ने अब तक एक मजबूत सप्लाई चेन बनाने और ग्राहकों को अंतिम वितरण में सुधार करने पर ध्यान केन्द्रित किया है।