राजधानी जयपुर में दिनदहाड़े पत्रकारों पर हुआ जानलेवा हमला,, पीपीआई आए दिन हो रहे पत्रकारों पर हमले बर्दाश्त नहीं करेगी, पत्रकार सुरक्षा कानून कब ?

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जयपुर 25 मई 2022।(निक क्राइम) एक बार फिर कालवाड़ थाना क्षेत्र में पत्रकारों पर हुआ जानलेवा हमला दैनिक हमारा समाचार के रामनिवास, कमल देगड़ा और विवेक जादौन कवरेज करके लौट रहे थे। तभी हमलावरों ने उनकी गाड़ी तोड़ दी और तीनों पत्रकारों पर ताबड़तोड़ हमला किया। जिससे तीनों गंभीर रूप से घायल हो गए अभी तीनों का इलाज चल रहा है।

सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि अभी कुछ दिन पूर्व कालवाड़ के सरपंच से संबंधित हमारा समाचार दैनिक में खबर प्रकाशित हुई थी । उससे सरपंच राजावत खफा थे। राजावत और उसके भाई पर आरोप लग रहे हैं कि शायद उसी खबर के चलते इन पत्रकारों पर हमला करवाया गया। आयुक्तालय,जयपुर पश्चिम की डीसीपी डॉ ऋचा तोमर बहुत संवेदनशील है। उनसे हम यही उम्मीद रखते हैं कि वह जो भी दोषी हो चाहे पत्रकार या सरपंच उसे सजा दिलवायेंगीं।

    अब सवाल यह उठता है कि सरपंच और पत्रकारों के बीच विवाद था भी तो इस तरह जानलेवा हमला करना या करवाना किसी भी दृष्टि से न्याय उचित नहीं है।
    इससे पूर्व भी हाल ही में जोधपुर बिजली विभाग में एक पत्रकार को घसीट के बाहर निकालने का वीडियो हुआ था वायरल और भी अन्य स्थानों पर पत्रकारों के साथ बदसलूकी और हमले की घटनाएं हमारे सामने में ।


    गौरतलब है दोषी तो हर महकमे में होते हैं उन्हें कानून के जरिए सजा दिलवाने के प्रयास किए जाते हैं उन पर आज तक कभी कोई हमला नहीं होता। लेकिन पत्रकार समाज को विशेष रूप से टारगेट करते हुए हमले किए जाने की खबरें आम होती जा रही है, ऐसा क्यों हो रहा है ? यह तो आप सब लोग भली-भांति समझ सकते हैं ।
    पीरियोडिकल प्रेस ऑफ इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष सन्नी आत्रेय ने बताया कि पीपीआई विगत 2 सालों से पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर धरने, प्रदर्शन ज्ञापन के जरिए गहलोत सरकार को अवगत कराती रही है। कांग्रेस के घोषणा पत्र में भी पत्रकार सुरक्षा अधिनियम की बात कही गई है आखिर गहलोत सरकार पत्रकारों के लिए किए वादों को कब अमलीजामा पहनाएगी ?
    आरएलपी संयोजक व सांसद हनुमान बेनीवाल के साथ बहुतों ने की पत्रकारों पर हमले की कड़ी निंदा,