कोविड-19 के दौरान लैंगिक दृष्टिहीनता और लैंगिक असुविधा पर विवेकानंद ग्लोबल यूनिवर्सिटी में तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस,,

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जयपुर 28 अप्रैल 2022।(निक शिक्षा) जगतपुरा स्थित विवकानंदा ग्लोबल विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय अंतराष्ट्रीय कांफ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है जो 28 से 30 अप्रैल 2022 तक चलेगी।
गुरुवार को इस कांफ्रेंस का उदघाटन हुआ।

मुख्य अतिथि रेखा शर्मा (अध्यक्ष, भारत में राष्ट्रीय महिला आयोग),डॉ ललित के पंवार, चेयरपरसन् वीजीयू, डॉ के आर बागरिया, फाउंडर वीजीयू एंड वीआईटी कैंपस एवं डॉ विजय वीर सिंह, प्रेसिडेंट वीजीयू ने दीप प्रज्वलित् करके किया। इस अवसर पर
डॉ. कंचन माथुर (प्रोफेसर) आईडीएसजे जयपुर कार्यवाह निदेशक – इंस्टीट्यूट ऑफ डेवलपमेंट स्टडीज), अनन्या चौहान बर्दिया (संस्थापक और सीईओ – द इमेज एडिट) और डॉ सुदीप्ति अरोड़ा (डॉ. बी. लाल इंस्टीट्यूट ऑफ बायोटेक्नोलॉजी में पर्यावरण अनुसंधान वैज्ञानिक और सहायक निदेशक ने पनेलिस्ट के तौर पर सम्मिलित हुए।
मुख्य अतिथि रेखा शर्मा ने इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में आमंत्रित करने के लिए विश्वविद्यालय को धन्यवाद दिया। उन्होंने भारत में विशेषकर राजस्थान में महिलाओं की स्थिति के बारे में बात की। उन्होंने महिलाओं की असमानताओं के बारे में बात की। बाल विवाह, महिला सुविधाएं और घरेलू हिंसा नियमित रूप से बढ़ रही है। युद्ध में महिलाओं को कितनी ही समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ट्विटर जैसे सोशल मीडिया पर जब दो धर्म आपस में लड़ते हैं तब भी वे महिलाओं की बात करते हैं।
उन्होंने कहा कि भगवान ने कभी भेदभाव नहीं किया कि महिलाएं ऐसा करती हैं पुरुष ऐसा करते हैं लेकिन वे सभी समाज द्वारा, परिवार द्वारा तय किए जाते हैं।
उन्होंने कहा कि भगवान ने कभी भेदभाव नहीं किया कि महिलाएं ऐसा करती हैं पुरुष ऐसा करते हैं लेकिन वे सभी समाज द्वारा, परिवार द्वारा तय किए जाते हैं।
कोरोना में यौन उत्पीड़न की तरह घरेलू हिंसा बढ़ी, हत्या और बलात्कार भी बढ़े।
कोरोना के दौरान महिलाओं की नौकरी जा रही थी और उन्हें अपने परिवार का गुजारा करना था।
स्वास्थ्य क्षेत्र में महिला डॉक्टरों और नर्सों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।

    उन्होंने बलात्कार के मामलों के बारे में बात की जो लगातार बढ़ रहे हैं। हर दूसरे दिन रेप की घटनाएं हो रही हैं। इन सब बातों के साथ उन्होंने हार्दिक धन्यवाद के साथ अपना भाषण समाप्त किया।
    डॉ ललित के. पंवार (चेयरपरसन् वीजयू) ने भाषण में देश विदेश से आये ५०० विद्यार्थियों, शोधर्थियों और सभी उपस्थित विशेषज्ञों का स्वागत किया। इसी क्रम में डॉ विजय वीर सिंह (वीजीयू के अध्यक्ष) ने सभी का अभिवादन किया उन्होंने संक्षेप में वीजीयू के विकास का वर्णन किया। उन्होंने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों के बारे में बताया। सम्मेलन को आगे बढ़ाते हुए सभी panelist ने अपनी राय और अनुभव साझा की एवं बताया कैसे महिलाएं समाज, कार्यस्थल और परिवार में असमानताओं का सामना करती हैं। उन्होंने हमारे समाज में महिलाओं की वर्तमान स्थिति के बारे में चर्चा की और ग्रामीण महिलाओं के बारे में

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    जिन्हें बुनियादी सुविधाएं नहीं मिलती हैं और यहां तक कि उन्हें उच्च शिक्षा भी नहीं मिलती इस पर भी प्रकाश डाला। आने वाले दो दिन में सलमान खुर्शीद , सीनियर एडवोकेट एवं अन्य जाने माने panelist भी इस कांफ्रेंस का हिस्सा होंगे। कार्यक्रम के सफल आयोजन में ओंकार बगरिया, CEO, वीजीयू का महत्वपूर्ण योगदान रहा।