सर्व सिंधी समाज के दीपावली मिलन व सम्मान समारोह में समाज में हो रहे धर्म परिवर्तन व अन्य कुरूतियों पर रोक लगे आदि मुद्दों पर सबने सहमति जताई ,इसके साथ ही समारोह में 51 प्रतिभाओं को सम्मानित भी किया गया,,

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जयपुर 23 नवम्बर 2019।(निक सामाजिक) सर्व सिंधी समाज महासभा के संस्थापक एवं संरक्षक श्याम कोरानी ने कहा है कि सिंधी समाज में गरीब एवं भोले भाले लोगों का धर्म परिवर्तन किया जा रहा है, जिस पर सरकार को रोक लगाया जाना चाहिए। वह यहां मानसरोवर के गोखले मार्ग स्थित समुदायिक केंद्र में आयोजित सम्मान समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे।
इस मौके पर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शंकर सेवानी ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि महासभा के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं के सहयोग से यह सम्मान समारोह आयोजित किया गया है। शंकर सेवानी ने बताया कि सिंधी समाज की संस्कृति को बचाने के लिए महासभा की तरफ से जल्द ही जन जागरण आंदोलन चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सिंधी समाज के पिछड़े हुए लोगों के जीवन स्तर को शिक्षा के स्तर पर ऊंचा उठाने का कार्य किया जाएगा। महासभा की महासचिव एवं महिला प्रकोष्ठ की पदाधिकारी सोनिया उदानी ने बताया कि सिंधी समाज में मृत्यु भोज का सामाजिक बहिष्कार किया जाना चाहिए। साथ ही समाज की महिलाओं को सिलाई कढ़ाई आदि का प्रशिक्षण देकर आत्म निर्भर बनाया जाए। कार्यक्रम के दौरान सभी पदाधिकारियों ने सिंधी संस्कृति व भाषा को बचाने के लिए राज्य सरकार से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया। समारोह में महासभा के राष्ट्रीय सचिव घनश्याम कोतवानी ने बताया कि समारोह में वृद्ध जनों व समाज सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले 51 व्यक्तियों को शॉल ओढ़ाकर एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

समारोह में लीला उधानि, दीपक दुलानी, भरत दुलानी, ममता नत्थुरानी, रजनी रामानी, जया रामानी, ज्योति भगवानी, गुजरात प्रदेश अध्यक्ष पंकज खत्री सहित आदि का सम्मान किया गया।