समग्र शिक्षा की दिशा में अपना सफर लगातार जारी रखेगा स्कूल
जयपुर, 14 फरवरी, 2025।(निक शिक्षा) आगामी अकादमिक वर्ष 2025-26 से दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस), जयपुर ने आधिकारिक नाम बदलकर धारव हाई स्कूल कर दिया है। शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता और समग्र विकास की दिशा में संकल्प का यह एक नया अध्याय शुरू हो रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 48, भांकरोटा, जयपुर में स्थित यह स्कूल ऐसे प्रतिभाशाली युवाओं को तराशने के लिए प्रतिबद्ध है जो दयाभाव रखने वाले जिम्मेदार वैश्विक नागरिक हैं और दुनिया पर एक सार्थक प्रभाव छोड़ने के लिए तैयार हैं।
दिल्ली पब्लिक स्कूल, जयपुर लंबे समय से इस क्षेत्र में सबसे प्रतिष्ठित सीबीएसई संस्थान के रूप में जाना जाता है और शिक्षा के क्षेत्र में अपने अभिनव दृष्टिकोण के लिए विख्यात है। स्कूल का नया नाम धारव हाई स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में भविष्य की जरूरतों के अनुसार आगे बढ़ने के स्कूल के विजन के साथ ही बच्चों में रचनात्मकता, नेतृत्व और जिम्मेदारी का भाव पैदा करने के लिए अपने लोकाचार के प्रति ईमानदार बने रहने का प्रतीक है। स्कूल का नया नाम स्कूल के उस विजन को दर्शाता है कि भविष्य की जरूरतों के मुताबिक आगे बढ़ते हुए भी युवाओं में रचनात्मकता, लीडरशिप और जिम्मेदारी का भाव गहराई से विकसित करते हुए भी अपने स्वभाव के प्रति ईमानदार बने रहना है।
बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के मार्गदर्शन में स्कूल विद्यार्थियों में बौद्धिक विकास, जिज्ञासा और सहानुभूति को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध रहते हुए सुरक्षित और पोषक वातावरण प्रदान करना है जिसमें स्टूडेंट्स का बेहतर विकास हो। स्कूल के प्रमुख लक्ष्यों में ऐसा अनुकूल वातावरण मुहैया करवाना है जिसमें स्टूडेंट्स को तकनीक, इनोवेशन और विविधता को अपनाकर स्वतंत्रता रूप से सीखने, क्रिटिकल थिंकिंग और उत्कृष्टता को प्रेरित करते हुए उपलब्धियों का जश्न मनाने के लिए प्रेरित किया जाता है। स्कूल स्टूडेंट्स और स्टाफ दोनों के लिए सुरक्षित और सहयोगात्मक वातावरण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
धारव हाई स्कूल में एकेडमिक एक्सीलेंस के साथ ही स्टूडेंट्स के लिए खेलों और समग्र विकास पर भी पूरा जोर दिया जाता है। स्कूल की प्रकृति की आधारशिला देवयानी जयपुरिया स्पोर्ट्स एकेडमी है, विभिन्न खेलों के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं और एक्सपर्ट कोचिंग मुहैया करवाती है। यह एकेडमी स्टूडेंट्स को अकादमिक और खेल दोनों क्षेत्रों में आगे बढ़ने के अवसर उपलब्ध करवाती जो उनको ऐसे भविष्य के लिए तैयार करती है जिसमें समग्र विकास और लचीलापन बहुत जरूरी है।
स्कूल की विचारधारा विद्यार्थियों में रचनात्मकता, नेतृत्व क्षमता और सहानुभूति का भाव विकसित करने पर टिकी है जिसमें यह सुनिश्चित किया जाता है कि हर स्टूडेंट न केवल ज्ञान हासिल करे बल्कि जीवन में सफल होने के लिए उचित कौशल भी उसे हासिल हो। इस दृष्टिकोण को आधुनिक क्लासरूम, अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं, विशाल खेल मैदान और पर्यावरण के अनुकूल गतिविधियों से युक्त स्कूल का विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचा उचित ठहराता है। ये संसाधन एक ऐसे वातावरण का निर्माण करने के लिए डिजाइन किए गए हैं जिसमें स्टूडेंट्स अन्वेषण करें, सीखें और सामंजस्य के साथ आगे बढ़ें जिससे वे जिम्मेदार, दयालु वैश्विक नागरिक के रूप में बड़े हों।
धारव हाई स्कूल ‘जिज्ञासा को बढ़ावा देना, अनुशासन स्थापित करने और सहानुभूति को प्रोत्साहित करने’ को लेकर समर्पित है और यह मानता है कि जिज्ञासा ही ज्ञान का आधार है। स्कूल यह सुनिश्चित करता है कि हर बच्चे को जीवन के हर क्षेत्र में आगे बढ़ने और सीखने के पर्याप्त अवसर दिए जाएं। इसके लिए विद्यार्थियों को उनकी पूर्ण रचनात्मक क्षमताओं को निखारने के लिए कलाओं, खेलों, लीडरशिप और अकादमिक आदि विभिन्न क्षेत्रों के लिए मार्गदर्शन दिया जाता है। स्कूल ऐसे भविष्य की कल्पना करता है जिसमें स्टूडेंट्स आत्मविश्वास से भरपूर, सामाजिक रूप से जिम्मेदार ऐसे दयालु विश्व नागरिक बन सकें जो विविधता को महत्व देने वाले, विभिन्न संस्कृतियों का सम्मान करने वाले और विश्व पर सकारात्मक असर डालने के उत्सुक हों। धारव स्कूल का मोटो, ‘क्रिएटिविटी इन थॉट, थॉट इन एक्शन, एक्शन विद पर्पज एंड पर्पज इन लाइफ’ सस्थान के भीतर हर पहल और गतिविधि को संचालित करता है।
धारव हाई स्कूल की चेयरपर्सन, डीपीएस इंटरनेशनल गुरुग्राम, डीपीएस गुरुग्राम और जयपुर की प्रो. वाइस चेयरपर्सन देवयानी जयपुरिया ने कहा, ‘शिक्षा का मतलब केवल ज्ञान देना नहीं है। यह भावी पीढि़यों को इनोवेटिव, दयालु और जिम्मेदार बनाना भी है। धारव हाई स्कूल में हम ऐसे लीडर्स तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं जो समाज पर दूरगामी प्रभाव छोड़ेंगे। धारव हाई स्कूल के रूप में हमारी नई पहचान इस विजन को दर्शाती है, जहां हम विद्यार्थियों को न केवल अकादमिक रूप से दक्ष बनाने हैं बल्कि वैश्विक दुनिया में आगे बढ़ने के लिए जरूरी कौशल और मूल्यों से भी सींचते हैं।’
डीपीएस इंटरनेशनल गुरुग्राम और धारव हाई स्कूल की डायरेक्टर अदिति मिश्रा ने कहा, ‘स्कूल का नाम बदलना महज प्रतीकात्मक नहीं है, अपितु रचनात्मकता, नेतृत्व और सामुदायिक सेवा को बढ़ावा देने वाली शिक्षा के प्रति हमारी अटूट प्रतिबद्धता की फिर से पुष्टि है। यह नई पहचान ऐसे सर्वांगीण युवाओं को आकार देने के प्रति हमारे समर्पण को दर्शाती है जो न केवल शैक्षणिक रूप से निपुण हों, बल्कि दयालु, जिम्मेदार और सर्वांगीण व्यक्तित्व वाले भी हों।’
धारव हाई स्कूल की प्रिंसिपल सीमा सहजपाल ने कहा, ‘धारव हाई स्कूल ऐसे वातावरण का निर्माण करने के लिए समर्पित है जहां विद्यार्थी ऐसे उपकरणों से सुसज्जित हैं जो उनको न केवल अकादमिक रूप से उत्कृष्टता प्राप्त करने में मदद करते हैं, बल्कि उन्हें सहानुभूति, नैतिकता और सामाजिक जिम्मेदारी की गहरी भावना के साथ जिम्मेदार व्यक्तियों के रूप में विकसित करते हैं। यह समग्र दृष्टिकोण सुनिश्चित करता है कि हमारे विद्यार्थी न केवल पढ़ाई में कामयाब हों, बल्कि दयालु नेता के रूप में भी विकसित हों जो समाज में सकारात्मक योगदान दे सकें।’
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