जयपुर 26 दिसंबर 2024। (निक क्राइम)भांकरोटा थाना इलाके के अजमेर रोड पर बीस दिसंबर की सुबह एलपीजी टैंकर ब्लास्ट में गंभीर रूप से झुलसी युवती सहित तीन और लोगों की बुधवार को उपचार के दौरान सवाई मानसिंह अस्पताल में मौत हो गई। पिछले चार दिन में मरने वालों की संख्या अब अठारह पहुंच गई है। इसमें एक पूर्व आईएएस भी शामिल हैं।
पुलिस के अनुसार एलपीजी टैंकर ब्लास्ट में गंभीर रूप से झुलसे विजेता (22) निवासी प्रतापगढ़ (राजस्थान) विजेंद्र (36) निवासी भुरीबड़ाज पावटा (जयपुर)
और बंसीलाल (35) की बुधवार सुबह मौत हो गई। विजेता और विजेंद्र 70-70 प्रतिशत झुलसे थे। गंभीर रूप से झुलसे 15 मरीजों का अभी सवाई मानसिंह हॉस्पिटल के बर्न वार्ड में इलाज चल रहा है। दोनों के शवों को एसएमएस अस्पताल के मुर्दाघर में रखवा दी है। मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम होने के बाद शव परिजनों को दिए जाएंगे।
गौरतलब है कि मंगलवार को भी दो लोगों की मौत हुई थी। इसमें एटा (यूपी) के रहने वाले नरेश बाबू और नूंह (हरियाणा) के यूसुफ शामिल हैं।
एसएमएस प्लास्टिक सर्जन डॉक्टर राकेश जैन ने बताया कि अब तक उठारह लोगों की मौत हो चुकी है। मंगलवार को दो लोगों की मौत के बाद बुधवार को भी सुबह दो लोगों ने और दोपहर को एक व्यक्ति ने दम तोड़ा। जिनमें एक महिला और दो पुरुष शामिल हैं। अब गंभीर रूप से घायल एक मरीज को वेंटिलेटर पर रखा गया है। इसे मिलाकर पन्द्रह लोगों का इलाज चल रहा है। इसके अलावा पांच अन्य मरीजों को डिस्चार्ज किया जा चुका है। तीन को सोमवार को और दो को मंगलवार को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज किया गया था।
गौरतलब है कि अजमेर रोड पर भांकरोटा डीपीएस स्कूल के पास बीस दिसंबर को हुए हादसे में चार लोग मौके पर ही जिंदा जल गए थे। आठ लोगों ने उसी दिन सवाई मानसिंह हॉस्पिटल में इलाज के दौरान दम तोड़ा था। एक मौत जयपुरिया हॉस्पिटल में हुई थी।टैँकर में गैस लीकेज के बाद आग इतनी तेजी से फैली थी कि चालीस से ज्यादा गाड़ियां उसकी चपेट में आ गई थी। टैंकर के ठीक पीछे चल रही एक स्लीपर बस और हाईवे किनारे मौजूद पाइप फैक्ट्री भी जल गई थी। एक्सीडेंट की वजह से बस का दरवाजा एक ट्रक से चिपक गया। इस कारण उसमें सवार चौतीस लोगों को बाहर निकलने की जगह ही नहीं मिली। बड़ी मुश्किल से ड्राइवर वाले गेट से लोगों को बाहर निकाला गया। आग बुझने के बाद कई शवों को पोटली में डालकर अस्पताल ले जाया गया था।
उदयपुर से जयपुर आ रही बस का खलासी था मृतक। वहीं भांकरोटा एलपीजी अग्निकांड में चौथे अज्ञात मृतक की पहचान हो गई है। मृतक कालूराम पुत्र डालूराम चित्तौड़गढ़ निवासी है और वह उदयपुर से जयपुर आने वाले बस का खलासी था। मृतक की पहचान उसके पुत्र व पुत्री के डीएनए के मिलान से हुआ है। मृतक की पहचान को लेकर चार दिन से जयपुर पुलिस ने चित्तौड़गढ़ में डेरा डाल रखा था। मृतक के पास मिले आधार कार्ड में अधूरा नाम-पता लिखा था। मंगलवार को परिजनों का पता चलने पर डीएनए सेम्पल लेकर उसका मिलान किया गया ।
पुलिस उपायुक्त जयपुर (पश्चिम) अमित कुमार ने बताया कि एलपीजी टैंकर के ड्राइवर के जिंदा मिलने के बाद एक अधजले शव की पहचान नहीं हो पा रही थी। हादसे में एक मृतक को छोड़कर सभी की पहचान हो चुकी थी। उदयपुर की लेकसिटी ट्रैवल्स की बस के खलासी कालूराम जाटिया का पता नहीं चला है। चित्तौड़ में उनके शंभूपुरा स्थित घर पर टीम भेजी गई। वहां उनके परिजन नहीं मिले। उनके पिता काफी समय पहले डबोक एयरपोर्ट पर चौकीदारी का काम करते थे। वहां भी टीम भेजकर परिजनों की जानकारी जुटाई गई। परिजनों का पता चलने के बाद शव के डीएनए का मिलान करवाया गया।
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