विपिन कुमार जैन
जयपुर 23 दिसंबर 2023। (निक शिक्षा)मेरे बच्चे अनपढ़ रह जाए ये मुझे मंजूर है परन्तु दृष्टि आईएएस इंस्टीट्यूट में पढ़ने के लिए अपने बच्चों को कभी भेजना नहीं चाहूंगा क्योंकि इस संस्थान के संस्थापक डॉ. विकास दिव्यकीर्ति ने भगवान हनुमानजी की असीम शक्ति को अनर्गल बताकर उनका अनादर किया है। यह कहना है जयपुर के मानसरोवर निवासी विपिन कुमार जैन का क्योंकि वह दृष्टि आईएएस कोचिंग संस्थान के ऑनर एवं संचालक विकास दिव्य कीर्ति के फेसबुक अकाउंट पर एक वीडियो देखकर बहुत आहात हुए हैं, जिसमें संस्थान के ऑनर डॉ. विकास ने भगवान हनुमानजी की शक्ति का मजाक उड़ाते हुए उन्हें शक्तिहीन बताया है,जो पूरी तरह भगवान का अनादर करना है।
इस सम्बंध में विपिन कुमार जैन ने शनिवार को प्रेसवार्ता आयोजित कर पत्रकारों को बताया कि जिस संस्थान का संस्थापक ही सार्वजनिक रूप से मीठा बोलकर भगवान का अनादर करता हो वह बच्चों को अपने से बड़े, माता–पिता और भगवान का आदर करना कैसे सिखाएगा जबकि भारत देश में तो सभी मनुष्यों को जीव–जंतुओं, पेड़–पौधों, नदियों–पर्वतों इत्यादि का आदर करना सिखाया जाता है लेकिन डॉ. विकास दिव्यकीर्ति कैसा व्यक्ति है, जो लोगों की आस्था को बहुत प्यार से भोला बनकर घायल कर रहा है। विपिन जैन ने कहा कि बचपन में उन्होंने एक कहावत पढ़ी थी भेड़ की खाल में भेड़िया और जब विकास दिव्यकीर्ति की भाषा शैली में भगवान हनुमानजी के प्रति अनादर के संबोधन को सुना है तो उनको समझ आ रहा है कि यह कहावत इस प्रकार के व्यक्ति के लिए ही बनी है।
विपिन जैन ने कहा कि एक सभ्य व्यक्ति द्वारा किसी भी धर्म के भगवान के प्रति ऐसे तुच्छ विचार व्यक्त करना सरासर अनुचित है। भगवान के प्रति किसी व्यक्ति विशेष द्वारा ऐसे तुच्छ विचार व्यक्त करना सरासर भगवान का अपमान करना है।विपिन ने कहा कि यदि उनकी इन बातों से किसी व्यक्ति विशेष को कोई आपत्ति या उनके मन में कोई भी संशय है तो उनसे सीधे सम्पर्क कर यह स्पष्ट करे कि किसी भी भगवान का अपमान करना कहां तक उचित है।
13 लाख 18 हजार से अधिक veiwers readers
आप सभी का आभार