बडा हादसा टला : जेके लोन अस्पताल में आग लगने से मचा हडकंप,

371

जयपुर 18 जुलाई 2023।(निक विशेष) मोती डूंगरी थाना इलाके में जेके लोन अस्पताल में सोमवार देर रात आग लगने से हड़कंप मच गया। जानकरी में सामने आया कि जिस वार्ड में आग लगी थी उसमें करीब 20 से 25 बच्चे भर्ती थे। अचानक आग लगने से अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल बन गया ।
हालांकि दमकल की टीम ने एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया और फायर कर्मियों ने ही बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला। इधर सूचना मिलने पर जेके लोन अस्पताल के अधीक्षक डॉ कैलाश मीणा समेत अन्य अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का मौका मुआयना किया।

जेके लोन अस्पताल के अधीक्षक डॉ. कैलाश मीणा ने बताया कि सोमवार देर जेके लोन अस्पताल की तीसरी मंजिल पर स्थित वार्ड में आग लगी थी। आग धीरे-धीरे तेज होने लगी तो पूरे वार्ड में धुंआ से भर गया था। अस्पताल प्रशासन को जानकारी मिलते ही दमकल को सूचना की गई। अस्पताल के कर्मचारियों ने अपने स्तर पर भी वार्ड में भर्ती बच्चों को बचाने के लिए खिड़कियां खोलकर धुंआ बाहर निकालने का प्रयास किया। वार्ड में थैलेसीमिया से पीड़ित और कैंसर से पीड़ित बच्चे भर्ती थे। सूचना मिलते ही दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग बुझाने में जुट गई। दमकल कर्मचारियों के साथ अस्पताल के कर्मचारियों ने भी सहयोग कर वार्ड से बच्चों को सुरक्षित निकाल कर दूसरे वार्ड में शिफ्ट करवाया। इधर आग लगने से बच्चों के परिजनों में भी दहशत का माहौल बन गया और सभी को आग वाले वार्ड से दूर किया गया। कई परिजन रोने लग गए जिससे माहौल और भी खराब हो गया था। ऐसे में अस्पताल के कर्मचारियों ने परिजनों को भी समझा बुझाकर आग वाली जगह से दूर करवाया और बच्चों को सुरक्षित वार्ड से दूसरे वार्ड में शिफ्ट किया गया। करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया। आग लगने से वार्ड की हालत खराब हो गई। वहीं बच्चों का दूसरे वार्ड में शिफ्ट करके उसका इलाज शुरू किया गया।

    जेके लोन अस्पताल के अधीक्षक डॉ कैलाश मीणा के मुताबिक वार्ड में सबसे पहले एसी में शॉर्ट सर्किट होने से आग लगी थी। धीरे-धीरे आग फैलती गई और अफरातफरी का माहौल बन गया। लेकिन समय रहते आग पर काबू पा लिया गया। जिससे किसी प्रकार की कोई जनहानि नहीं हुई है। हालांकि आग लगने की वास्तविक कारणों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए एक जांच कमेटी गठित की गई है। जो आग लगने के कारणों का पता लगाई।