एंकिलोजिंग स्पोन्डिलाइटिस, रूमेटोइड आर्थराइटीस के रोगियों के लिए,, अंतरध्वनी द्वारा जयपुर में पहले सहायता केन्द्र का प्रारंभ,,

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1. राजस्थान और गुजरात के प्रसिद्ध रूमेटोलोजिस्ट की उपस्थिति में सहायता केन्द्र का प्रारंभ,
2. रोगियों को एक ही छत के नीचे काउन्सिलिंग, फिजियोथेरेपी और चिकित्सा सुविधा होगी प्रदान

जयपूर, 9 अक्तूबर 2022।(निक चिकित्सा) अंतरध्वनी संस्था द्वारा रविवार को जयपूर में एंकिलोजिंग स्पोन्डिलाइटिस - रूमेटोइड आर्थराइटीस के मरिजों के लिए एक विशेष सहायता केन्द्र का शुभारंभ किया गया है। गुलाबी नगरी में यह पहला और एकमात्र ऐसा सहायता केन्द्र है, जहां एंकिलोजिंग स्पोन्डिलाइटिस - रूमेटोइड आर्थराइटीस से पीड़ित रोगियों को चिकित्सा के साथ - साथ काउन्सिलिंग और फिजियोथेरेपी की सुविधा भी उपलब्ध होगी। सहायता केन्द्र के माध्यम से महत्तम संख्या में मरिजों का लाभ पहुंचाने के साथ - साथ इसके विस्तृतिकरण सहित सुविधाओं को बढ़ाने पर भी योजना बनाई जा रही है।
एंकिलोजिंग स्पोन्डिलाइटिस - रूमेटोइड आर्थराइटीस की बीमारियों के प्रति जागरूकता फैलाने के साथ इन रोगों से पीड़ित नागरिकों को स्वस्थ और बेहतर जीवनशैली प्रदान करने के उद्देश्य के साथ शुरू किए गये सहायता केन्द्र के उद्घाटन के अवसर पर सविशेष रूप से अंतरध्वनी के संस्थापक प्रणीत बंथिया, राजस्थान रूमेटोलोजी एसो. के अध्यक्ष डो. राहुल जैन, अंतरध्वनी जयपुर शाखा के प्रमुख शालू गोलेचा सहित सुप्रसिद्ध रूमेटोलोजिस्ट डो. सपन पंड्या, डो. बनवारी शर्मा, डो. रेणु सहगल सहित ओर गणमान्य और विशेषज्ञ उपस्थित थे।

इस अवसर पर अंतरध्वनि के संस्थापक प्रणीत बंथिया ने बताया कि, हम जयपुर में सहायता केन्द्र के उद्घाटन अवसर पर उपस्थित राजस्थान और गुजरात के प्रमुख रुमेटोलोजिस्ट के प्रति आभारी हैं। हमें विश्वास है कि इस सहायता केन्द्र के माध्यम से एक ही छत के नीचे चिकित्सा के साथ - साथ फिजियोथेरेपी सहित की अन्य सुविधाओं का लाभ एंकिलोजिंग स्पोन्डिलाइटिस - रूमेटोइड आर्थराइटीस के रोगियों के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होगा। हमें यह भी विश्वास है कि इन दोनों रोगों में यह सहायता केन्द्र भारतीय स्थितियों में नए उपचार के विकल्पों के लिए भी वरदान रूप साबित होगा। इसके अलावा रोगियों को भी उनके बिमारी में सफलतापूर्वक राहत प्रदान करेगा।
एंकिलोजिंग स्पोन्डिलाइटिस - रूमेटोइड आर्थराइटीस रोग से पीड़ित मरिजों के सुखी -स्वस्थ जीवन के लिए अंतरध्वनी द्वारा प्रारंभ किया गया यह सहायता केन्द्र महत्वपूर्ण मील का पथ्थर साबित होगा। पिछले साल अगस्त में एंकिलोजिंग स्पोन्डिलाइटिस और रूमेटोइड आर्थराइटीस के लिए अंतरध्वनी द्वारा रोगी सहायता समूह के प्रारंभ के ठीक एक साल बाद इस केन्द्र का शुभारंभ हुआ है।
सहायता केन्द्र के शुभारंभ पर रूमेटोलोजिस्ट और इम्यूनोलोजिस्ट डो. सपन पंड्या ने कहा कि, गुलाबी नगर जयपुर में इस तरह का सहायता केन्द्र अपने आप में प्रशंसनीय और सार्थक प्रयास है। एंकिलोजिंग स्पोन्डिलाइटिस और रूमेटोइड आर्थराइटिस से पीड़ित नागरिकों को विशेज्ञष डोक्टरों की सलाह और चिकित्सा के माध्यम से मरिजों स्थिति को बेहतर बनाने के साथ उन्हें इस रोग से आराम पहुंचाने में सहायता केन्द्र प्रभावी और कारगत साबित होगा।
रूमेटोलोजिस्ट डो. अविनाश जैन इस संदर्भ में अधिक जानकारी देते हुए बताते हैं कि, इस सहायता केन्द्र के माध्यम से प्रत्येक रोगियों और उनके अभिभावकों को हर संभव सुविधा के साथ बहेतर इलाज प्रदान किया जाएगा। एंकिलोजिंग स्पोन्डिलाइटिस और रूमेटोइड आर्थराइटीस ऐसे रोग हैं जो मरिजों को न केवल शारीरिक पीड़ा देते हैं अपितू उनके परिवारजनों के लिए भी यह रोग मानसिक रूप से प्रताड़ित करता है। इस तरह के मामलों में यह सहायता केन्द्र काफी महत्वपूर्ण है।

    डो. आराधना सिंह का कहना है कि, ज्याततर ओटोइम्यून बीमारियों का जड़ से इलाज अभी तक मूमकिन नहीं है। इस तरह के रोगों में डाक्टर या दवाएं सब कुछ कर सकती है यह सोचना गलत है। इस तरह के रोगों से पीड़ित मरीजों को डाक्टर के साथ - साथ सभी के समर्थन की आवश्यकता होती है। फिलहाल भले ही इस तरह के सहायता केन्द्र की अवधारणा नई है, लेकिन वर्तमान स्थिति में यह काफी आवश्यक है। सहायता केन्द्र मरिजों के लिए परिवार से परे नए परिवार की तरह है।

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    अंतरध्वनी द्वारा राजस्थान रुमेटोलोजिस्ट एसोसिएशन (आर.आर.ए.) के सहयोग से विशेष रूप से एक दिवसीय रूमेटोलोजी संगोष्टी पर परामर्श का आयोजन भी किया गया है। जिसमें स्पोंडिलो आर्थराइटिस के आंतरराष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष डो. निगिल हारून, डो. बनवारी शर्मा, डो. रेणु सहगल, डो. विष्णु शर्मा, डो. भरत सिंह, आर.आर.ए. के अध्यक्ष डो. राहुल जैन और डो. रीना शर्मा द्वारा अपने - अपने सुझाव और विचार व्यक्त किए गए। अंतरध्वनी द्वारा आयोजित संगोष्टी का उद्देश्य एंकिलोजिंग स्पोन्डिलाइटिस और रूमेटोइड आर्थराइटीस रोगों के संदर्भ में विशेषज्ञों द्वारा चर्चा - सुझाव और निदान के माध्यम से पीडित मरिजों के जीवन को और सुविधाजनक बनाना है।
    अंतरध्वनी का मिशन चिकित्सकों और मरीजों में सांमजस्य बनाना और एंकिलोजिंग स्पोन्डिलाइटिस - रूमेटोइड आर्थराइटीस रोग के प्रति जागरूकता फैलाना है। अंतरध्वनी के अहमदाबाद, सूरत, बड़ौदा और उदयपूर में पहले ही केन्द्र कार्यरत हैं और अब तक 3,100 से अधिक मरिजों को इसके माध्यम से लाभ प्राप्त हुआ है।