जयपुर,18 सितम्बर 2022।(निक चिकित्सा) जयपुर-दिल्ली हाइवे स्थित निम्स यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ लॉ द्वारा शनिवार को मॉक पार्लियामेंट का आयोजन किया गया। इसमें प्रदेश के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामलों के काबीना मंत्री श्री प्रताप सिंह खाचरियावास मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। कार्यक्रम में लोकसभा की कार्यप्रणाली को नाट्य रूपांतरण के माध्यम से पेश किया गया। इससे पहले निम्स यूनिवर्सिटी के चेयरमैन एवं चांसलर प्रो. (डॉ.) बलवीर सिंह तोमर ने श्री खाचरियावास का स्वागत किया और उन्हें निम्स विश्वविद्यालय की 21 वर्ष की विकास यात्रा से रूबरू कराया।
मॉक पार्लियामेंट कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री खाचरियावास ने विद्यार्थियों से कहा कि जिंदगी जिंदादिली से जिएं, विफलताओं से डरें नहीं। हर दिन एक नई सुबह होती है और नई सुबह से शुरुआत करें। इस मौके पर श्री खाचरियावास ने कहा कि मॉक पार्लियामेंट इतने जीवंत तरीके से पेश की गई कि उसके असली संसद होने का अहसास हुआ। उन्होंने विद्यार्थियों से जनप्रतिनिधि और छात्र नेता के तौर पर अपने अनुभव भी साझा किए। श्री खाचरियावास ने निम्स परिवार को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि शिक्षा और चिकित्सा के क्षेत्र में निम्स यूनिवर्सिटी सराहनीय योगदान दे रही है और एम्स के विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा यहां सेवाएं देना जयपुर सहित प्रदेश के लिए गौरव की बात है।
कार्यक्रम में खाचरियावास को स्मृति चिह्न भेंट कर निम्स यूनिवर्सिटी की ओर से सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम में निम्स यूनिवर्सिटी कुलपति डॉ. संदीप मिश्रा, निदेशक डॉ. सुरभि तोमर शर्मा एवं डॉ. ईशान शर्मा, रजिस्ट्रार डॉ. संदीप त्रिपाठी, लॉ कॉलेज प्रिंसिपल प्रो. मंजू कूलवाल सहित बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स उपस्थित रहे।
जानी सत्तापक्ष और विपक्ष की भूमिका
मॉक पार्लियामेंट में निम्स स्कूल ऑफ लॉ के विद्यार्थियों ने भाग लिया। कुलपति डॉ. संदीप मिश्रा ने बताया कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य संसद की गरिमा और इसकी कार्यप्रणाली से छात्र-छात्राओं को अवगत कराना था। कार्यक्रम में छात्रों ने संसदीय कार्यवाही की प्रक्रिया और सरकार एवं विपक्ष की भूमिका को जाना। मॉक पार्लियामेंट में नवनिर्वाचित सदस्यों द्वारा शपथ ग्रहण, प्रश्नकाल, विधेयक का प्रस्तुतीकरण सहित विभिन्न गतिविधियां प्रदर्शित की गईं। कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने जनप्रतिनिधि के रूप में विभिन्न संवेदनशील मुद्दों को भी सदन के समक्ष रखा और उन पर जोरदार बहस की गई।
70 से अधिक देशों के विद्यार्थियों की पसंद निम्स
मेडिकल एजुकेशन के क्षेत्र में खास पहचान रखने वाली निम्स यूनिवर्सिटी देश के अग्रणी विश्वविद्यालयों में शामिल है। यूजीसी और एनएएसी से मान्यता प्राप्त निम्स यूनिवर्सिटी एनआईआरएफ की 101-150 वीं रैंकिंग में शामिल है। यहां विभिन्न संकायों में 400 से अधिक पाठ्यक्रम संचालित हैं। 70 से अधिक देशों के विद्यार्थी सहित 10 हजार से अधिक छात्र यहां अध्ययनरत हैं। विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए निम्स द्वारा 150 से अधिक एमओयू साइन किए गए हैं और यहां परिसर में बैंक, पोस्ट ऑफिस, मॉल, ग्रोसरी स्टोर, रेस्टोरेंट सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हैं।