जयपुर 28 अगस्त 2022।(निक स्वास्थ्य)अध्यक्ष कमला मीना ने बताया की महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओ की सरकार नही ले रही सुध Anm/Lhv की तीन मुख्य मांगो को लेकर वर्षो से लगातार गांधीवाद तरीके से मांगो को उठाया गया मगर उच्य अधिकारियों द्वारा जूठा आस्वासन दिया जाता है जो कि महिला नर्सिंग कार्मिक के साथ अन्याय है कई बार मीडिया द्वारा भी राज्य सरकार को अबगत करा दिया गया
जैसा कि हर विभाग में हर साल पडौन्ति होती है मगर anmसे Lhv में पडौन्ति नही होती है Lhv से Vhs में पडौन्ति नही होती है जो कि 16 साल से आज तक पडौन्ति विभाग द्वारा नही की जारही है ये Anm/Lhv के साथ घोर अन्याय है (2) anm( महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता) की योग्यता 10+2 है जबकि राज्य सरकार के आदेशों में सिर्फ 10 वी की योग्यता दर्शायी गई जब कि anm की योग्यता एक थर्ड ग्रेड टीचर के समान योग्यता होते हुए भी महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता(Anm)को 3600 ग्रेडपे नही दिया जा रहा है।
ये राज्य सरकार की महिलाओ की प्रीति दोगला पन का व्यवहार है (3) महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता (Anm)का पदनाम परिवर्तन एक ग्राम पंचायत पर 6से 7 हजार की आबादी पर एक एकेली टीकाकरण गर्भवतीयो की जांच जो भी राज्य सरकार द्वारा राष्ट्रीय प्रोग्राम चलाये जाते है Anm द्वारा घर घर जाकर धरातल पर बखूबी निभाया जाता है
उसी ग्राम पंचायत में ग्राम सेवक का पदनाम परिवर्तन करके ग्राम विकास अधिकारी राज्य सरकार द्वारा कर दिया गया जबकि Anm की ग्रेडपे 2800 होते हुए भी निम्न लेवल वाले को अधिकारी का दर्जा दे दिया गया जो कि 35 हजार महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता ओ के साथ कुठाराघात है