टीएमसी सांसद ने संसद में कहा ‘छिप कर काठी-कबाब खाते है जैन लड़के’ — महुआ मोइत्रा के बयान से जैन समाज मे आक्रोश, कहा माफी मांगे मोइत्रा,,

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जयपुर 05 फरवरी 2022।(निक राजनीति)देश की राजनीति अब केवल विवादित बयानों के जरिये समाजों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने मात्र तक सीमित रह गई है, ऐसा ही कुछ हुआ तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा के बयान पर, महुआ मोइत्रा जितना अपने कार्यो की वजह से सुर्खियां नही बटोरती है उससे कही अधिक वह अपने विवादित बयानों के जरिये सुर्खियों ने रहती है, इस बार उनके विवादित बोल जैन समाज पर आकर अटक गए । जिस पर भी अब बवाल खड़ा हो गया है। जैन समाज के लोगों ने महुआ मोइत्रा को सोश्यल मीडिया पर जमकर निशाने पर लिया।

दरअसल, महुआ मोइत्रा ने 3 फरवरी को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव में भाग लेते हुए लोकसभा में अपने सम्बोधन के दौरान कहा था, ” आप भविष्य के भारत से डरते है जो अपनी त्वचा में सहज है, जो परस्पर विरोधी वास्तविकताओं के साथ सहज है। आप उस भारत से डरते है, जहां एक जैन लड़का घर से छिपकर अहमदाबाद की सड़क पर एक ठेले से काठी-कबाब खाता है।” 12.41 मिनट के यूट्यूब वीडियो में टीएमसी सांसद ने 5:57 से 6:08 के बीच यानी 18 सेकंड तक जैन समुदाय पर निशाना साधा था। जैसे ही यह वीडियो वायरल हुआ वैसे वैसे जैन समाज मे आक्रोश बढ़ता चला गया। इस वीडियो के बाद जैन समुदाय ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से महुआ मोइत्रा पर कार्यवाही की मांग करते हुए, महुआ मोइत्रा से लिखित माफी की मांग की है।

    अखिल भारतीय दिगम्बर जैन युवा एकता संघ राष्ट्रीय अध्यक्ष अभिषेक जैन बिट्टू ने कहा कि टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के बयान ने जैन समाज की भावनाओ को आहत किया है, जिस पर उन्हें सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी ही होगी। केवल स्वयं के राजनीतिक हित साधने को लेकर किसी भी समाज की भावनाओं के साथ खिलवाड़ नही होना चाहिए। महुआ मोइत्रा केवल एक समुदाय की सोच तक सीमित रहकर अन्य समुदायों का अपमान कर रही है। जैन समाज एक अहिंसक समाज है समाज का कोई भी नोजवान या लड़का काठी-कबाब का सेवन नही करता, अगर महुआ मोइत्रा के पास इस बात के सबूत है तो वह सार्वजनिक करे, अन्यथा बिना ठोस सबूत के लोकसभा में जैनियों और जैन समाज को बदनाम करने का कोई अधिकार उनके पास नही है।
    अभिषेक जैन ने कहा कि आजकल देश मे किसी भी समुदाय की भावनाओ को ठेस पहुंचाने का फैशन चल रहा हो, किन्तु हर समुदाय अपने आत्म सम्मान की रक्षा करना बखूबी जानता है। जैन समाज अल्पसंख्यक जरूर है किंतु कायर नही है, अगर महुआ मोइत्रा ने समाज से माफी नही मांगी तो ईंट का जवाब पत्थर से दिया जाएगा।