जयपुर 28 दिसंबर 2021(निक शिक्षा) यूनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्नोलॉजी और अपग्रेड कैंपस के मध्य, वर्तमान परिवेश में कंप्यूटर से संबंधित हाई डिमांडिंग कोर्सेज एवं कार्यो को लेकर एमओयू साईन किया गया। इसके अंतर्गत डिजीटल मार्केटिंग, डाटा एनालिटिक्स, सायबर सिक्योरिटी, क्लाउड डिवोप्स, बिजनेस एनालिटिक्स, फुल स्टॉक डवलपमेंट, डाटा स्ट्रक्चर एंड अल्गोरिदम और डाटा साइंस विद आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस को लेकर विभिन्न उपयोगी जानकारियां एवं कोर्सेज का आदान प्रदान किया जाएगा। इस दौरान यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स के लिए विभिन्न प्लेटफार्म से डिजीटल प्रेक्टिकल के सेशंस भी आयोजित किए जाएंगे। दोनो संस्थाओं की ओर से विभिन्न सेमीनार, स्टडी एक्सचेंज प्रोग्राम समेत विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। यूनिवर्सिटी के वाईस चेयरमेन डाॅ अंशु सुराणा ने बताया कि आने वाला समय डिजीटल क्रांति का है, ऐसे में स्टूडेंट्स को ऐसे हाई डिमांडिंग प्रोफेशनल कोर्सेज सीखने पर प्लेसमेंट के नए अवसर मिलेंगे क्यूंकि ये कोर्सेज इस युग की विशेष मांग है ये उनके कैरियर के लिए माईल स्टोन साबित होगा। इस दौरान दोनो पक्षो की ओर से अथॉरिटीज ने इस एमओयू से होने वाले लाभ पर अपने विचार रखे। एमओयू कार्यक्रम के दौरान वाईस चांसलर प्रो वी एन प्रधान समेत अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।
आजके परिवेश में डाटा एनालिसिस,बिग डाटा,आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे कोर्स इन डिमांड है । एमओयू के दौरान यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर डाॅ अंशु सुराणा ने कहा कि एमओयू के पीछे मुख्य उद्देश्य स्टूडेंट्स को ग्लोबल पेरामीटर पर खरा उतारने की मंशा है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में कोविड दौर के चलते पूरी दुनिया को कंप्यूटर नॉलेज का महत्व समझ में आया है और जो अपडेट नहीं थे वे सर्वाइव नहीं कर पाए। ऐसे में वर्तमान में किए गए इस एमओयू से छात्र ग्लोबल सिनेरियो एवं विभिन्न मांगो के अनुरूप अपडेट हो सकेंगे, एवं इस क्षेत्र की विभिन्न चुनौतियों का सामना कर सकेंगे,एवं अपने लिए विशेष जॉब के अवसर प्राप्त कर सकेंगे।
लगातार डिजिटल होती जा रही दुनिया में कंप्यूटर हम सभी की जिंदगी का महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है. पर्सनल जिंदगी से लेकर प्रोफेशनल जिंदगी तक, बिना कंप्यूटर के जीवन गुजारने के बारे में अब सोचा भी नहीं जा सकता. जब बात करियर की हो तो स्टूडेंट्स के दिमाग में सबसे पहले कंप्यूटर का नाम ही ज़हन में आता है. किसी भी प्राइवेट कंपनी से लेकर सरकारी ऑफिस तक सभी जगह, सभी काम अब पूरी तरह कंप्यूटराइज्ड हो चुके हैं. इसके चलते स्टूडेंट्स भी अब काफी हद तक कैरियर आप्शन के रूप में कंप्यूटर कोर्सेज को महत्व दे रहे हैं यूनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्नोलॉजी का भी यही प्रयास हैं की छात्रों के भविष्य को देखते हुए ऐसे समझोते किये जाये जो छात्रों के लिए भविष्य में लाभकारी सिद्ध हो कंपनियां किसी भी बिजनेस में हों,लेकिन आज के समय में उनके लिए बिग डाटा बहुत जरूरी हो गया है। इस डाटा के जरिए कंपनियां पूर्वानुमान लगाकर अपनी सेल्स स्ट्रेटेजी में सुधार करके तेजी से आगे बढ़ सकती हैं। इसीलिए यह कोर्स भी युवाओं के बीच काफी डिमांडिंग है। इसकी एक वजह यह भी रही कि अभी इस क्षेत्र में स्किल गैप होने के कारण छात्रों के लिए मौके अधिक हैं। भारत के अलावा डाटा साइंटिस्ट की मांग आजकल अमेरिका में बहुत ज्यादा है। इसलिए इस एमओयू द्वारा छात्रों को विदेशो में भी नौकरी के अच्छे अवसर मिलेंगे।