बीकानेर 05 नवम्बर 2021।(निक क्राइम)जिला विशेष टीम व पुलिस थाना गंगाशहर ने बडी कार्रवाई करते हुए रीट भर्ती परीक्षा 2021 में बहुचर्चित ’’चप्पल’’ नकल प्रकरण के मुख्य सरगना तुलछाराम कालेर को जयपुर में अजमेर रोड स्थित एक आवासीय कॉम्पलेक्स से दस्तयाब करने में सफलता हासिल की है। बीकानेर पुलिस अब पूरे नकल प्रकरण के नेटवर्क को खोलने का प्रयास कर नकल से जुडे कुछ और संदिग्धों के बारे मे तथ्य जुटा रही है। टीम ने सरगना तुलछा राम कालेर को पकडने के लिए बहुमंजिला ईमारतो में अलग अलग हुलिया बदल कर तुलछाराम को ट्रेस किया और उसे पकड़ा।
बीकानेर में रीट भर्ती परीक्षा में नकल कराने वाले मुख्य सरगना तुलछा राम कालेर व उसके साथियों की गिरफतारी के लिये बीकानेर एसपी योगेश यादव ने एएसपी शहर शेलेन्द्र सिंह इंदोलिया, सीओ सदर पवन कुमार भदौरिया, थानाधिकारी गंगाशहर राणीदान उज्ज्वल,डीएसटी प्रभारी सुभाष बिजारणीया एवं थानाधिकारी बीछवाल मनोज शर्मा को इनकी गिरफतारी का जिम्मा सौंपा। अलग अलग टीम बनाकर मुख्य सरगना तुलछाराम कालेर के संदिग्ध स्थानों की गोपनीय सूचना एकत्रित की गई।
*हजारों लोगों की बड़ी सोसायटी में दुधिया, बिल्डिंग मेटिनेस वाला व ऑनलाईन डिलीवरी वाला बनकर पहुंची सरगना कालेर तक पुलिस*
छोटी दीपावली बुधवार को बीकानेर पुलिस को बहुत ही विश्वसनीय सूचना मिली कि तुलछा राम कालेर अजमेर रोड़ जयपुर के आस पास बने आवासीय सोसायटी के पास रुका हुआ है। जिस पर राणीदान उज्ज्वल थानाधिकारी के निर्देशन में गंगाशहर थाना के उपनिरीक्षक राकेश स्वामी, हैड कॉन्स्टेबल दीपक यादव, कानदान सादूं, कॉन्स्टेबल वासूदेव व चन्द्रभान को जयपुर रवाना किया। पुलिस टीम ने चिन्हित जगह पर पहूंच सोसायटी के बारे मे सम्पूर्ण जानकारी जुटाई। सोसायटी मे बहु मंजिला ईमारते व हजारो लोगो का निवास था। पुलिस के लिये यह एक बहुत बडी चुनौती थी कि उसकी नजर में आये बिना उसे पकड़ ले। इसके लिए पुलिसकर्मी दुधिया, बिल्डिंग मेटिनेस वाला व ऑनलाईन डिलीवरी वाला बनकर तुलछाराम के निवास तक पहूचें ओर उसे धर लिया।
नकल करने का प्रयास करने वालों की गिरफतारी की भनक लगते ही हो गया फरारबीकानेर जिले मे रिट परीक्षा 2021 मे नकल संबंधी दो प्रकरण दर्ज हुए थे। उसके बाद अजमेर, सीकर, जोधपुर में भी प्रकरण दर्ज हुए। सम्पूर्ण नकल का मास्टरमाइंड तुलछाराम कालेर था। सक्रियता दिखाते हुए बीकानेर पुलिस ने परीक्षा प्रांरभ हाने से पहले ही नकल करने का प्रयास करने वालों को गिरफतार कर लिया था व राजस्थान के अलग अलग जिलों में चलती परीक्षा मे अलग अलग अभ्यार्थीयों को गिरफतार किया गया था। भनक लगने पर नकल गिरोह का सरगना तुलछा राम भाग गया।
-गंगानगर, चुरू, सीकर, अजमेंर मे निकाली फरारी व जयपुर आकर रहने लग गया–
पुलिस से बचने का हर एक तरीके से अपने आप को सुरक्षित रख रहा था। तुलछा राम खुद 03 साल पुलिस मे नौकरी कर चुका है। जिससे पुलिस के काम करने के तरीके से पूरी तरह वाकिफ था। इस लिए एक महिने से पुलिस की पकड से दूरी बना रखी थी।
*प्रारम्भिक पूछताछ में काफी चौकाने वाले तथ्य सामने आये*
मुल्जिम तुलछाराम कालेर अभ्यर्थीयों को भर्ती परीक्षाओ में मदन लाल के जरिये नकल करवाने का सौदा 5 से 7 लाख रूपये में तय करता है। इस नकल गिरोह का सक्रिय सदस्य राजू भी परीक्षार्थियों को चिह्नित करता है। नकल गिरोह सरगना अपने साथियों के साथ मिलकर अभ्यार्थीयों से मिल कर पेपर का सौदा बडी रकम में तय करते व परीक्षा से दो दिन पहले अपने गुप्त स्थान पर बुलाकर किस तरह से नकल को अंजाम देना था उसके बारे मे इलेक्ट्रिक उपकरणों ब्ल्यूटथ डिवाईस व चप्पल डिवाईसों का उपयोग करने के बारीक से जानकारी देने का काम करते है।
*मोबाईल, ब्ल्यूटूथ डिवाईस,चप्पल डिवाईस व एचएमडीटी का उपयोगः-*
मुल्जिम से पूछताछ मे यह तथ्य सामने आये है कि ब्ल्यूटूथ डिवाईस इस तरह से तैयार करवाई जाती थी कि उसके अंदर वाईस कालिंग डिवाईस बैटरी, सिम सोकेट आदि फिट किये जा सके। एक मक्खी नुमा ब्ल्यूटूथ अभ्यार्थी के कान के अंदर बहुत बारीकी से सेट किया जाता। इस तरह से विशेष डिवाईस तैयार की जाती है। जिससे परीक्षा सेटर में किसी को भी शक ना हो। डिवाईस को अंडर गारमेंटस में बारीकी से छुपाकर इसका प्रयोग करवाया जाता है व पैरो मे चप्पल पहनने पर किसी को शक नही हो। तुलछाराम कालेर पर अजमेंर, नागौर, सीकर, बीकानेर मे कुल 09 प्रकरण दर्ज है।
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