15 हजार से 1 लाख तक की कीमत के चोरी हुए मोबाइल, धारकों को लौटा कर पुलिस आयुक्त आनंद श्रीवास्तव ने आमजन के चेहरों में खुशियां बिखेरी,,

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जयपुर 5 अक्टूबर 2021।(निक क्राइम) जयपुर पुलिस कमिश्नरेट ने तीन करोड रुपये के करीब 525 मोबाइल फोन बरामद कर अपना मोबाइल अपने हाथ, जयपुर कमिश्नरेट के साथ‘‘अभियान के अन्तर्गत जयपुर पुलिस आयुक्त आनंद श्रीवास्तव ने मोबाइल धारक लोगों के सुपुर्द किया गया है।जयपुर पुलिस ने ये फोन चोरी और लूट की वारदातों के बाद बरामद किए हैं।
जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि जयपुर आयुक्तालय क्षेत्र के थानों में आमजन के मोबाइल गुमशुदगी के मामलों में ‘‘अपना मोबाइल अपने हाथ, जयपुर कमिश्नरेट के साथ‘‘ कार्य योजना बनाकर उनकी ट्रेंसिंग कर मोबाइल धारकों को सुपुर्द किया गया है। इसके लिए अतिरिक्त जयपुर पुलिस कमिश्नर प्रथम अजयपाल लांबा,अतिरिक्त पुलिस आयुक्त द्वितीय राहुल प्रकाश,पुलिस उपायुक्त (अपराध) जयपुर दिगंत आनन्द, एवं समस्त उपायुक्त उत्तर, दक्षिण, पूर्व, पश्चिम को विशेष टास्क दिया गया। जयपुर कमिश्नरेट की स्पेशल टीम (सीएसटी) का गठन कर तीन माह में जयपुर कमिश्नरेट क्षेत्र के विभिन्न थानों में पीड़ितों के मोबाइल गुमशुदगी के गत तीन साल की अवधि के मिसींग मोबाइल डाटा एकत्रित किये गये।
मोबाइल जो तत्समय उपयोग में नहीं किये जाने के कारण ट्रेस नहीं किये जा सके थे। जिनको ट्रेंसिंग व सम्बधित को अपना मोबाइल दिलाने के लिए प्रत्येक थाना से जानकारी लेकर एक सूची तैयार की गई तथा उनके विभिन्न मोबाइल ऑपरेटर कंपनियों में आईएमईआई नंबर के आधार पर ट्रेस किये गये तो सभी मोबाइल जयपुर शहर व राजस्थान के अन्य जिलों में लोगों के द्वारा भी उपयोग में लिया जाना सामने आया जिस पर ‘‘अपना मोबाइल अपने हाथ, जयपुर कमिश्नरेट के साथ‘‘ अभियान के तहत मोबाइल बरामदगी के लिए जिला वाइज व थाने वाईज सूचियां तैयार की गई ।

श्रीवास्तव ने बताया कि अपना मोबाइल अपने हाथ, जयपुर कमिश्नरेट के साथ‘‘ अभियान के तहत बरामद किये गये 525 मोबाइलों में से सोमवार को कमिश्नरेट परिसर में कुछ मोबाईल धारकों को बुलाकर उनके गुमे गये मोबइल सुपुर्द किये गये और साथ ही शेष बरामद मोबइलों को सम्बंधित डीसीपी कार्यालय के माध्यम से बीट कांस्टेबलों के द्वारा मोबइल धारकों को सुपुर्द किये जाने की योजना तैयार की गई है।


    जयपुर शहर में कुछ ऐसे लोग सक्रिय हैं जो इन मोबाइलों को खरीदकर फर्जी बिल बनाकर बेच रहे है और साथ मेवात व जयपुर के आस-पास के इलाकों में मजदूर वर्ग के लोगों को बिना बिल के बेच रहे है।