श्रीगंगानगर, 26 सितंबर 2021।(निक राजनितिक) आम आदमी पार्टी ने राजस्थान के सरहदी जिले श्रीगंगानगर से आज केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। श्रीगंगानगर में पाकिस्तान सीमा के नजदीक ग्राम मटीली राठान में आयोजित किसान न्याय सभा में आप पार्टी के राज्यसभा सांसद एवं राजस्थान प्रभारी संजय सिंह ने कहा कि नरेंद्र मोदी चाय बेचते बेचते प्रधानमंत्री बनने के बाद से देश बेचने में लग गए हैं। कोल इंडिया, बीपीसीएल, एलआईसी, सेल इंडिया, रेलवे, सिविल एवियशन आदि सार्वजनिक उपक्रमों अथवा उनकी हिस्सेदारी लगातार केंद्र सरकार बेचने में लगी है। संजयसिंह ने कहा कि हमारे उत्तर प्रदेश में कहावत है- पुरखों की संपत्ति को जो आगे बढ़ाएं वह सपूत और जो संपत्ति को बेचे वह कपूत।यह स्पष्ट है कि वे देश के सार्वजनिक उपक्रमों को एक-एक कर अपने पूंजीपति मित्रों को सौंपे रहे हैं। केंद्र में चंद पूंजीपतियों के लिए कपूत सरकार चल रही है। अपने चंद पूंजीपति मित्रों के लिए प्रधानमंत्री फिक्रमंद रहते हैं। वरना किसानों को तीन कृषि कानून वापस करवाने के लिए 10 महीने सड़कों पर बैठने की जरूरत नहीं पड़ती।
संजयसिंह ने तीखा प्रहार करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक तरफ तो कहते हैं कि वे किसानों से बात करने के लिए एक फोन कॉल की दूरी पर हैं, दूसरी तरफ किसानों के रास्ते में कंटीली तारों की बाड लगवाते हैं, सड़कों पर कीले ठुकवाते हैं और किसान आगे बढ़ते हैं तो उनके कपड़ों को लहूलुहान करवा देते हैं। पिछले वर्ष संसद में इन तीन कृषि कानूनों को पास किए जाने की प्रक्रिया का उल्लेख करते हुए संजयसिंह ने कहा कि उस दिन लोकतंत्र और संसद की मान्यताओं का गला घोटा गया था। संख्या बल के आधार पर यह तीन कृषि कानून संसद में पारित नहीं होने वाले थे। पूरा विपक्ष एकजुट था। वोटिंग नहीं करवा कर केंद्र सरकार ने अपनी हठधर्मिता दिखाई। संजयसिंह ने कहा कि जब उन्होंने संसद में माइक का तोड़ दिया तो भाजपाई चिल्ला उठे थे लेकिन जब केंद्र सरकार ने किसानों की हड्डियां तुडवाई तो उनके मुंह से उफ तक नहीं निकला। केंद्र सरकार ने कृषि कानूनों पर नहीं बल्कि किसानों के डेथ वारंट पर हस्ताक्षर किए हैं। उन्होंने कांग्रेस को भी घेरते हुए कहा कि आज अगर सशक्त विपक्ष की भूमिका निभा रही है तो वह सिर्फ आप पार्टी ही है।
रैली में आए किसानों को इंगित करते हुए राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि अगर यह कृषि कानून वापस नहीं हुए तो आने वाले दिनों में इस इलाके में भी सैकड़ों एकड़ जमीनों में बड़े उद्योगपतियों व कारपोरेट कंपनियों के फार्म हाउस बन जाएंगे। चारों तरफ कंटीली तारे लगी होंगी, उनमें करंट होगा और सिक्योरिटी गार्ड तैनात होंगे। किसान अपने खेत होने का आज गर्व करते हुए मूंछों को ताव देते हैं, वही किसान अपने खेत में नहीं जा पाएंगे। उनको अपने ही खेत से निकाल दिया जाएगा। बड़ी-बड़ी कंपनियां तय करेंगी कि किस खेत में किस फसल की बिजाई होगी। कृषि प्रधान देश होते हुए भी किसानों को अपनी फसलों की कीमत तय करने का अधिकार नहीं है। आप पार्टी यही अधिकार दिलाने की लड़ाई उनके साथ पूरी शिद्दत से लड़ रही है। संजयसिंह ने कहा कि आप पार्टी पहले दिन से पूरी ताकत के साथ किसानों के साथ खड़ी है,आगे भी खड़ी रहेगी। संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा कल आह्वान किए गए देशव्यापी बंद का पूर्ण समर्थन करते हुए संजय सिंह ने राजस्थान के पार्टी पदाधिकारियों व सभी कार्यकर्ताओं से कहां की वह कल पूरी तरह से किसानों के साथ डटकर खड़े हों।
*भाजपा* के साथ ही कांग्रेस पर भी तीखे प्रहार करते हुए संजयसिंह ने कहा कि आप पार्टी इन दोनों को सुलटाना जानती है। दिल्ली में इन दोनों पार्टियों को तीन बार सुलटाया जा चुका है। भाजपा और कांग्रेस चोर चोर मौसेरे भाई हैं। इसीलिए पार्टी ने नारा दिया है कि पहले गौरों से लड़े थे, अब चोरों से लड़ेंगे। पंजाब में पिछले विधानसभा चुनाव में आप पार्टी ने दिखा दिया है कि लोगों के सामने तीसरा विकल्प आ गया है। अगले वर्ष पंजाब चुनाव में जीत हासिल करेगी। हरियाणा में भी आप पार्टी आगे बढ़ रही है।*राजस्थान* का जिक्र करते हुए संजयसिंह ने कहा कि वर्ष 2022 में पंजाब, हरियाणा,उत्तराखंड, गोवा और यूपी के चुनाव होने के बाद वे झंडे-डंडे के साथ राजस्थान में ही डेरा जमाने वाले हैं। राजस्थान से कांग्रेस को आप पार्टी ही विदाई देगी। भाजपा को भी सरकार बनाने का मौका नहीं देगी। प्रदेश में संगठन का विस्तार किया जा रहा है।
*नई* दिल्ली की केजरीवाल सरकार के कार्यों का उल्लेख करते हुए संजय सिंह ने कहा कि आज पूरी दुनिया में दिल्ली के सरकारी स्कूलों और मोहल्ला क्लीनिक की तारीफ हो रही है। हम राजनीति में यही बदलाव लाने के लिए आए हैं। विधायकों और सांसदों की खरीद-फरोख्त अथवा तोड़फोड़ की राजनीति भाजपा व कांग्रेस वाले ही जानते हैं। हमें तो जनता को कैसे बिजली, पानी, स्वास्थ्य, शिक्षा जैसी बुनियादी सुविधाएं-सेवाएं देनी है, यही राजनीति आती है।
पार्टी के राजस्थान सह प्रभारी खेमचंद जागीरदार ने भी किसान आंदोलन की वकालत करते हुए कहा कि आखिरकार केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को किसानों के आगे झुकना ही होगा। मुगल आक्रमणकारी और आंतकवादियों तक का किसानों ने डटकर मुकाबला किया है।फिर केंद्र सरकार उनके सामने क्या चीज है।प्रदेश सचिव देवेंद्र शास्त्री ने जिला प्रशासन पर कांग्रेस के दबाव में आकर श्रीगंगानगर शहर के पब्लिक पार्क में यह किसान न्याय सभा करने की अनुमति न देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि समय आने पर इसका माकूल जवाब दिया जाएगा। अगली सभा शहर में ही होगी।
महिला विंग की प्रदेश अध्यक्ष कीर्ति पाठक ने प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार को बिजली दरों के मुद्दे पर घेरा। आरोप लगाया कि राज्य सरकार सस्ती दर में बिजली अन्य राज्यों से खरीद कर अपने प्रदेश के लोगों को दोगुने-कितने दाम पर बेच रही है। जनता के टैक्स गहलोत सरकार दुरुपयोग कर रही है। *पंजाब के पटियाला से आए वरिष्ठ नेता कर्मवीरसिंह टिवाना* ने कहा कि पंजाब के किसानों ने कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन की शुरुआत कर पूरे देश के किसानों को जगा दिया है। पंजाबी अपने हकों के लिए लड़ना जानते हैं। उन्होंने पंजाब के प्रभारी के तौर पर संजयसिंह की जमकर तारीफ की और कहा कि आम आदमी को उनके गुण के आधार पर आगे बढ़ाने का ही नतीजा है कि नई पार्टी होते हुए पिछले चुनाव में आप ने 20 सीटों पर जीत हासिल की। उन्हें यकीन है अगले चुनाव में पंजाब में आप पार्टी की सरकार बनेगी। *उत्तर प्रदेश में आप पार्टी की प्रवक्ता खुदा कुरैशी* ने ओजस्वी और तेज तरार उद्बोधन से खूब तालियां बटौरीं। सभा को जिलाध्यक्ष शंकर मेघवाल, शमशेरसिंह बराड़, अल्पसंख्यक मोर्चा के रमजान खान, झुंझुनू के जिला अध्यक्ष कैप्टन शुभकरण, जयपुर जिला अध्यक्ष जवाहर शर्मा, गौहरसिंह सेखों, गुरबचनसिंह कंग, असगर अली, राधेश्याम उपाध्याय, ओम राजपुरोहित आदि ने भी संबोधित किया।
*अब एक लाइन की कहानी – एक थी कांग्रेस*राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने उद्बोधन के दौरान कांग्रेस पर बड़ी तीखी चुटकी ली। उन्होंने कहा कि जब पहली बार अरविंद केजरीवाल दिल्ली से चुनाव लड़ने जा रहे थे, तत्कालीन कांग्रेस की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित से पूछा गया कि उनके सामने श्री केजरीवाल चुनाव लड़ रहे हैं तो उनका कहना था कि ऐसे कीड़े मकोड़े आते रहते हैं। संजय सिंह ने कहा कि आम आदमी को कीड़ा मकोड़ा समझने वाली कांग्रेस को आप पार्टी ने दिल्ली में लगातार दो चुनावों में शून्य का एहसास करवाया। दिल्ली की अब दादी-नानी बच्चों को एक लाइन की कहानी सुनाती हैं। वह एक लाइन है-एक थी कांग्रेस।