महानिदेशक पुलिस ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से ली रेंज आईजी ओर एसपी की समीक्षा बैठक,, कोरोना काल मे बेहतरीन कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों की पीठ थपथपाई, लापरवाहों को दी नसीहत,, मुख्यमंत्री गहलोत के 2 दिन पहले दिए दिशा निर्देशों को मूर्तरूप देने की कवायद,,

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डीजीपी मोहनलाल लाठर

जयपुर 11 जून 2021।(निक क्राइम) मुख्यमंत्री राजस्थान अशोक गहलोत द्वारा गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से ली गई समीक्षा बैठक में दिए गए निर्देशों को अमलीजामा पहनाने के लिए शुक्रवार को पुलिस मुख्यालय में महानिदेशक पुलिस एम एल लाठर ने तमाम रेंज आईजी व एसपी की वर्चुअल बैठक आयोजित की। उन्होंने बैठक में कोविड-19 के दौरान पुलिस कर्मियों द्वारा किये गए अच्छे कार्यों की सराहना की ओर उन्हें साधुवाद दिया। उन्होंने कोविड-19 के व्यवहार को देखते हुए आगे भी इसी लगन और निष्ठा से कार्य करने का आव्हान किया।
महानिदेशक पुलिस ने लोकडाउन के दौरान पुलिस से की जा रहीअपेक्षाओं को पूरा करने के साथ ही क्राइम कंट्रोल और प्रीवेंशन पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने अपराध होने के मूल कारणों का पता लगाकर उन कारणों का समाधान के प्रयास करने एवं प्रीवेंटिव एक्शन लेकर क्राइम कंट्रोल करने की आवश्यकता प्रतिपादित की।
लाठर ने रेंज व जिला वार क्राइम की विस्तार से समीक्षा की । उन्होंने कहा कि घरेलू या निजी मामलों में विवाद उत्पन्न होती ही संबंधित पक्षो को पाबंद कर प्रिवेंशन एक्शन लिया जाए। उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में फायर आर्म्स यूज हो रहे हैं, उस एरिया में फायर आर्म्स कंट्रोल के लिए आर्म्स एक्ट के तहत प्रभावी कार्रवाई की जाये।
महानिदेशक पुलिस ने बताया कि इस वर्ष पुलिस प्राथमिकताओं में संगठित अपराधों के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने संगठित अपराधों की प्रभावी मानिटरिंग कर उनकी रोकथाम के निर्देश दिए। इस संबंध में जिला स्तर पर की जा रही कार्यवाही की विस्तार से समीक्षा की गई।
उन्होंने फरार अपराधियों के बारे में प्रभावी आसूचना प्राप्त करने के लिये सभी रेंज आईजी ओर एसपी को फरार अपराधियों पर इनाम घोषित करने के निर्देश दिए। उन्होंने जमानत पर चल रहे लेकिन सक्रिय अपराधियों को चिन्हित कर उनकी जमानत खारिज कराने की कार्रवाई करने के भी निर्देश दिये। उन्होंने अंडर ट्रायल क्रिमिनल्स को मॉनिटर करने और उन्हें केस ऑफिसर स्कीम में लेकर जल्द से जल्द सजा दिलवाने के प्रयास करने के भी निर्देश दिए। क्रिमिनल्स का विस्तृत डोजियर तैयार कर उनके नेटवर्क का पता लगाने के भी निर्देश दिये गए लाठर ने पिछले दिनों संभाग स्तर पर जाकर वृताधिकारियों की मीटिंग लेकर आवश्यक निर्देश दिए थे । वीसी में उन्होंने उन कार्यों की समीक्षा की और अच्छा कार्य करने वाले सीओ की प्रशंसा की एवं शेष को कार्य प्रणाली सुधारने की नसीहत दी गयी।

महानिदेशक पुलिस ने बताया कि पुलिस थानों में अब तक 605 स्वागत कक्ष बनाने की मंजूरी मिल चुकी है। उन्होंने सभी जिला पुलिस अधीक्षकों को उनके जिलों के थानों में स्वीकृत स्वागत कक्ष निर्माण कार्य तत्काल प्रभाव से प्रारंभ कराने के निर्देश दिए। उन्होंने इन स्वागत कक्ष पर ड्यूटी पर तैनात किए जाने वाले पुलिसकर्मियों के सॉफ्ट स्किल डेवलपमेंट पर भी ध्यान देने की आवश्यकता प्रतिपादित की।
अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस अपराध डॉ रवि प्रकाश मेहरडा ने वीसी के दौरान बताया कि इस वर्ष की पहली तिमाही में पुलिस के द्वारा चैन स्नैचिंग, मोबाइल लूट, साईबर ठग, मादक पदार्थ की तस्करी, अवैध खनन,अवैध शराब, अवैध हथियार, चौथ वसूली भूमाफिया इत्यादि के कुल 328 क्रिमिनल चिन्हित कर उनके विरूद्ध 79 प्रकरण दर्ज किए गए हैं। उन्होंने बताया कि पिछले दो महीने में संचालितअपराध नियंत्रण के विशेष अभियान में अवैध फायर आर्म्स के 352 प्रकरण दर्ज किये गए और 340 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया।
इस वर्चुअल बैठक में अतिरिक्त महानिदेशक गण एवं वरिष्ठ पुलिस अधिकारी गण भी उपस्थित थे।
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