नाटक हाथी घोड़ा पालकी,किन्नरों की ममतामयी झलक,

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जयपुर 3 अक्टूबर 2020l(निक सांस्कृतिक) किन्नरों के जीवन पर आधारित एक मार्मिक कहानी जिसमें समाज का एक अंग होते हुए भी बिल्कुल अलग-थलग जीवन जीते हैं, लेकिन जब भी कोई खुशी की बात आती है तो उनकी ममता, प्यार ऐसी दशा को दर्शाता है जो इंसान होते हुए भी अपनी खुशी को व्यक्त नहीं कर पाते और मन मसोसकर रह जाते हैं । अपनी मार्मिक पीड़ा को नाटक हाथी घोड़ा पालकी के माध्यम से बहुत सहजता से दर्शाया गया l

net-theat आज अमित पुरोहित लिखित एवं रुचि भार्गव द्वारा निर्देशित नाटक हाथी घोड़ा पालकी का सफल मंचन हुआ l

राजेन्द्र शर्मा राजू ने बताया नाटक में श्याम बिहारी शर्मा और दिलीप। नरूका के साथ मनोज स्वामी ने किन्नरों के पात्र का अभिनय जीवंतता से जिया और अपनी अदायगी और किन्नरों की मार्मिक पीड़ा को दर्शाते हुए ऐसा अभिनय किया कि दर्शक उनके अभिनय के दीवाने हो गए l मंच सज्जा भव्य तिवाड़ी और अंकित नोनू की संगीत जितेंद्र शर्मा और प्रकाव संयोजन विष्णु जांगिड़ का था। और मेकअप रवि बांका ने किया।