अब्दुल लतीफ आज मौत और ज़िंदगी की जंग लड़ रहा है,, ,, थाना कोतवाली कल्याण जी का रास्ता दूसरे चौराहे का है यह मामला,, सीएलजी मेंबर इकराम कुरैशी है इसका जिम्मेदार,, ,अब्दुल लतीफ के परिजन पुलिस की कार्रवाई से है ना खुश,,आज 10 दिन तक गिरफ्तारी नहीं होने पर हैं खफा ,,24 जुलाई को कोतवाली थाना में हो चुकी है एफ.आई. आर. दर्ज,,

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जयपुर 4 अगस्त 2020। (निक क्राइम) मामला कल्याण जी के रास्ता दूसरे चौराहे का है जहां अब्दुल लतीफ की लकड़ी की टाल है, वही उनका घर है जिसमें एक दुकान है जिसे अब्दुल लतीफ ने कुछ साल पहले इकराम कुरैशी को बेच दी थी। अब्दुल लतीफ के परिजनों का कहना है कि अभी लॉकडाउन में दुकान के बाहर 4 फुट का अवैध चबूतरा जबरदस्ती बनवा लिया और अभी कुछ दिनों पूर्व से इकराम कुरैशी दुकान के ऊपर टीन शेड डलवाना चाह रहा है जो कि वह भी अवैध है नियमानुसार ।
अभी 24 जुलाई को इकराम कुरैशी 5060 लोगों को लेकर दुकान पर आया और जबरदस्ती अवैध टीन शेड के लिए एंगल डालने लगा ।
अब्दुल लतीफ ने कहा कि एंगल से मेरे घर में दरार पड़ सकती है, इसे अभी नहीं लगाया जाए ,जबरदस्ती अवैध टीनशेड डालने पर आमादा इतनी सी बात के लिए इकराम कुरैशी के बेटे और उनके भतीजे ने सीढ़ी से नीचे उतर कर अब्दुल लतीफ को क्लिप हथियार से मुंह पर ताबड़तोड़ वार कर दिए,,जिससे उसकी नाक की हड्डी टूट गई,जबड़े टूट गए और वही तरबतर खून बहने लगा ।
आसपास अफरा-तफरी मच गई, पुलिस को फोन किया तो वह कुछ देर में आई, जब तक इकराम कुरैशी और उसके साथी वहां से भाग चुके थे उनका कहना है कि कोतवाली थाने द्वारा उस वक्त मात्र 151 में गिरफ्तार कर खानापूर्ति कर ली गई ।
अब्दुल लतीफ के बेटे राशिद और उनके भाई अब्दुल वहीद का कहना है कि आज अब्दुल लतीफ मौत और जिंदगी के बीच जंग लड़ रहा है और पुलिस ने अब तक कोई कार्यवाही नहीं की है,,जिसकी वजह से इकराम कुरैशी और उसके साथी खुलेआम बेखौफ़ घूम रहे हैं और ऊपर से उनका तुर्रा यह कि वह बार-बार आए दिन आकर अब्दुल लतीफ के परिजनों को धमकी देते हैं और कहते हैं कि नगर निगम,पुलिस मेरी जेब में है मेरे अच्छे ताल्लुकात हैं ।

मामला गंभीर तब हो जाता है कि जब इकराम कुरैशी सीएलजी मेंबर है जिसकी जिम्मेदारी गली मोहल्ले और समाज में हो रहे गलत कार्यों को पुलिस की मदद से सुलझाना ।
लेकिन अपराधी प्रवृत्ति का इकराम कुरेशी जो कि इस वाकिये से साफ झलकता है,सीएलजी मेंबर है ।परिजन चाहते हैं कि सीएलजी सदस्यता इसकी तुरंत समाप्त की जाए और इसे गिरफ्तार कर हमें न्याय दिलाएं।
इकराम कुरैशी और साथी अब्दुल लतीफे पर हमला करते हुए
अब आला अफसरों को गम्भीरता से इस मामले को देखना चाहिए और आवश्यक पडताल कर पीडित पक्ष को न्याय दिलाना चाहिए,

नोट: इकराम कुरैशी व उसके साथी अपनी बात रखना चाहे तो रख सकते हैं न्यू इंडिया खबर उनकी बात भी सुनेगा