जयपुर, 23 जुलाई 2020।(निक चिकित्सा) चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ रघु शर्मा ने कहा है कि प्रदेश में जहां भी पॉजिटिव केसेस की संख्या बढ़ रही है, वहां रेंडम और क्लस्टर सेंपलिंग के जरिए जांच का दायरा बढ़ाया जाएगा। इसकी शुरुआत सबसे पहले जोधपुर से की जाएगी।
डॉ शर्मा ने बताया कि प्रदेश में बिना किसी लक्षण के पॉजिटिव आने वाले मरीजों को चिन्हित करना या उनकी पहचान करना सबसे बड़ी चुनौती है। जांच के जरिए ही इस बात का पता लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जोधपुर सिटी में पॉजिटिव को चिन्हित करने के लिए रामगंज मॉडल में काम में ली गई रेंडम सेंपलिंग पद्धति अपनाई जाएगी।
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि प्रदेश में पॉजिटिव से नेगेटिव का रेशो देश के 10 बड़े राज्यों में सबसे बेहतर है और प्रदेश में मृत्यु दर भी राष्ट्रीय औसत से कम है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में मृत्यु दर 2.34% से 1.38% हो गई है।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत का संदेश भी है कि कोरोना से प्रदेश में कोई भी मृत्यु ना हो।
डॉ शर्मा ने कहा कि प्लाज्मा थेरेपी का राज्य में सफल परीक्षण किया गया है। जयपुर के अलावा राज्य के अन्य जिलों में भी आईसीएमआर से अनुमति लेकर प्लाज्मा थेरेपी से इलाज करने के भी निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश भर में पॉजिटिव से नेगेटिव आने वाले मरीजों का डाटा बनाया जाएगा। ऐसे लोगों को चिन्हित कर उन्हें प्लाज्मा डोनेट करने के लिए भी प्रोत्साहित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के क्वारांटाइन सेंटर में खानपान व स्वच्छता की सेवाओं को और बेहतर बनाने के निर्देश अधिकारियों को जारी किए गए हैं। उन्होंने कहा कि बीकानेर, पाली, बाड़मेर, भिवाड़ी जैसे क्षेत्र जहां सुपर स्प्रेडर के जरिए पॉजिटिव केसेस बढ़ रहे हैं उन क्षेत्रों में भी विशेष ध्यान देने के निर्देश जारी किए हैं ताकि कोरोना को आसानी से नियंत्रित किया जा सके।