चंद घंटों में सुलझाई, हत्या की गुत्थी,चित्तौड़गढ़ पुलिस की कार्रवाई

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चित्तौड़गढ़ 5 जून 2020।(निक क्राइम) सदर थाना चित्तौड़गढ़ पुलिस ने हत्या के कुछ ही घंटों में हत्यारे का पर्दाफाश किया,जमीनी विवाद व गांजा पकड़ाने की मुखबिरी के कारण भतीजे ने ही अपने काका की हत्या की थी, दिनभर की गतिविधि और शक के आधार पर पकड़ाया हत्यारा।
पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव के अनुसार गुरुवार को सदर थाना इलाके के लाल जी खेड़ा में 75 वर्षीय एक वृद्ध मोहनलाल पिता हजारीलाल लोधा की उसके घर के ही बरामदे में किसी अज्ञात व्यक्ति ने सोते हुए की हत्या कर दी थी। मृतक मोहनलाल सहित उसके सातों भाई लाल जी खेड़ा में ही अपने परिवार के साथ रहते थे। स्वयं की संतान ना होने की स्थिति में मोहनलाल अपनी पत्नी बाली बाई के साथ अकेले रहता था। जिसका फायदा उठाकर हत्यारों ने मोहनलाल की हत्या कर दी। सूचना मिलने पर थानाधिकारी सदर थाना विक्रम सिंह मौके पर पहुंचे व मौके के हालात देखकर हत्या का कारण व हत्यारों का पता लगाने के लिए भीलवाड़ा से एफएसएल टीम, एसपी ऑफिस चित्तौड़गढ़ से एम ओ बी टीम व पुलिस लाइन से डॉग स्क्वाड बुलवाये गए। एफएसएल टीम, एम ओ बी, व डॉग स्क्वॉड ने गहनता से घटनास्थल का मुआयना किया। उक्त घटना का सदर थाना पर प्रकरण दर्ज कर पुलिस द्वारा अनुसंधान किया गया। सदर थाना पुलिस ने लगातार वहीं रह तथ्यों को संकलन करने का काम किया।
घटना की गंभीरता के मद्देनजर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सरिता सिंह ने पुलिस उप अधीक्षक नितीराज को भी मौके पर भिजवाया जिन्होंने पुलिस टीम गठित कर घटना को शीघ्र ट्रेस कर हत्यारे को तत्काल पकड़ने का लक्ष्य रखा।
पुलिस टीम ने मोहनलाल के परिवार के सदस्यों पर लगातार नजर रखी, जिस पर मोहन लाल के बड़े भाई गोपीलाल के पुत्र बाबूलाल की दिनभर की गतिविधि व शंका के आधार पर उसे डिटेन कर सख्ती से पूछताछ की तो आरोपी बाबूलाल ने अपने काका मोहनलाल की हत्या करना कबूला। आरोपी बाबूलाल ने पूछताछ में बताया कि काका के उनकी संपत्ति का अकेला मालिक होने की वजह से व कुछ दिन पूर्व उसके भाई को उसके काका ने गांजे की खेती की पुलिस को मुखबिरी कर पकड़ाने की वजह से उसने उनकी हत्या कर दी है।

पुलिस टीम निम्न प्रकार है-
नितीराज पुलिस उप अधीक्षक विक्रम सिंह थानाधिकारी सदर चित्तौड़गढ़
तेज सिंह हैड कांस्टेबल 662,महावीर सिंह हैड कांस्टेबल 153
रूप सिंह चौधरी कॉन्स्टेबल 480, सद्दाम 1499, प्रह्लाद सिंह 67, मनोहर सिंह 34, बहादुर सिंह 227, शांति लाल 1286, परमा राम 1050, पदम कुमार 1701, रोशन लाल 1703, फतेह सिंह 716