24 घंटे थाने में रहकर कर रही है ड्यूटी श्यामनगर थाना इंचार्ज *संतरा मीणा* सन्नी आत्रेय से साझा किये अनुभव, अलवर के छोटे से गाँव मीणापुरा की संतरा मीणा टीचर में हुए सलेक्शन को छोड़, पुलिस की कठोर नौकरी की ज्वाईन,

1979

*महिलाएं किसी से कम नहीं, कठोर ड्यूटी करने में भी सक्षम: संतरा मीणा*
श्याम नगर थानाधिकारी (एस. एच. ओ.) से सन्नी आत्रेय का साक्षात्कार ,,

    आलाधिकारियों का पूरा सहयोग मिला है,तभी मैं भी अच्छा काम करने की ओर अग्रसर,,
    लॉक डाउन के समय से ही घर नहीं गयी संतरा मीणा,,,
    थाना ही बन चुका है अब घर,
    आमजन की सुरक्षा पहले,,,,,

    सभी से अपील अनावश्यक घरों से ना निकले,,,

    जयपुर 14 मई 2020।(निक विशेष)ऐसा माना जाता है कि महिलाओं को पुलिस की हार्ड ड्यूटी करने में पुरुष के मुकाबले कमतर आंका जाता है,लेकिन आयुक्तालय जयपुर दक्षिण के अंतर्गत आने वाले थाना श्याम नगर की थाना इंचार्ज संतरा मीणा ने इस कहावत को झुठलाते हुए अपने निष्ठावान मजबूत इरादों की बदौलत जयपुर की (महिला थाना को छोड़कर)एक मात्र थानाधिकारी बन महिलाओं के लिए एक मिसाल कायम की है।
    सन्नी आत्रेय के सवालों का जवाब देते हुए ,,संतरा मीणा ने बताया कि ,कोरोना काल के लॉक डाउन-3 में रूटीन काम के साथ समाज सेवा का अतिरिक्त कार्य भी हमारी पुलिस कर रही है,जैसे क्षेत्र में गश्ती पॉइंट बढ़ाये गए है ,दानदाताओं द्वारा भोजन सामग्री का वितरण आदि जिसके लिए हमें पीएचक्यू से नफरी मिली है। कोरोना लॉक डाउन 3 में गश्ती के दौरान मार्मिक क्षणों को याद करते उन्होंने ने बताया कि छोटे छोटे बच्चे, पैदल गर्मी में अपने गंतव्य जा रहे कि,पास आकर उनकी सुध ली तो पता चला, पिछले कई घन्टो से पानी नहीँ पिया,खाने का निवाला तक नहीँ गया था,,संतरा मीणा ने अपनी गाड़ी में रखी पानी की बोतल व खाने के लिए रखे बिस्कुट दिए, तब से वह हमेशा गाड़ी में पानी की बोतलों का कार्टून व बिस्कुट आदि खाने पीने का समान रखती हैं।

    अलवर के छोटे से गांव मीणापुरा की रहने वाली संतरा मीणा का सलेक्शन टीचर प्रोफेशन में हो गया था पर उन्होंने पुलिस सेवा को ही चुना।
    मीणा ने सन्नी आत्रेय को बताया की अगर इरादे मजबूत हो और ईमानदारी से काम करने की इच्छा हो तो सफलता आपके कदम हमेशा चूमेगी