-कलमकारों और जनसहयोग से तीन हजार लोगों तक नियमित पहुँच रहा है भोजन
–मास्क, दूध और बिस्कुट के पैकेट देने के साथ ही लॉकडाउन पालना की समझाइश
जयपुर 8 अप्रैल 2020।(निक सामाजिक)कलमकार मंच कार्यालय के समीप दुर्गापुरा में कलमकारों और जनसहयोग से संचालित अस्थाई रसोई में बुधवार को साहित्यकार एवं जयपुर ग्रामीण पुलिस महिला अपराध शाखा के सहायक पुलिस आयुक्त सुनील प्रसाद शर्मा ने पुडिय़ाँ बेली और तलीं। इसके बाद वह कलमकार मंच के राष्ट्रीय संयोजक निशांत मिश्रा के नेतृत्व में भोजन वितरण करने वाली टीम के साथ तरूछाया नगर के पीछे गुलाब विहार गए और वहाँ रह रहे दिहाड़ी मजदूरों और उनके परिवार के लोगों में भोजन के पैकेट, दूध और बिस्कुट के पैकेट वितरित किये। इस अवसर पर मनोज सिंह गोतोड़, प्रहलाद कुमावत, मुकेश झारवाल भी साथ थे।
इससे पहले एसीपी सुनील प्रसाद शर्मा ने प्रवासी श्रमिकों, खानाबदोशों और गरीबे तबके के लोगों तक नियमित रूप से दोनों समय खाना, दूध और बिस्कुट के पैकेट पहुँचाने के उद्देश्य से विगत 27 मार्च से संचालित की जा रही इस अस्थाई रसोई का अवलोकन किया। खाने के पैकेट वितरण के दौरान वह खुद अचंभित थे कि जहाँ प्रशासन और कोई अन्य मददगार पहुँचने की कल्पना भी नहीं कर सकता, वहाँ इस अस्थाई रसोई के माध्यम से रोजाना दोनों वक्त जयपुर के विभिन्न इलाकों में करीब तीन हजार से अधिक वास्तविक जरूरतमंद लोगों को नियमित रूप से खाना, आवश्यकता अनुसार दूध और बिस्कुट वितरित किये जा रहे हैं। उन्होंने इस अवसर पर अस्थाई रसोई टीम के राजभँवर सिंह राजावत, हनुमान कुमावत, सियाराम मीणा, असलम, राजेन्द्र सिंह, नयनसिंह, पंकज, सुनील सहित सभी लोगों को वैश्विक आपदा के इस समय में जनसेवा में जुटे रहने के लिए साधुवाद दिया और कलमकार मंच के राष्ट्रीय संयोजक निशांत मिश्रा को राजस्थानी लहरिया की पगड़ी पहनाकर उनका सम्मान किया। एसीपी शर्मा ने शाम को भोजन के दो सौ पैकेट भी जरूरतमंदों को वितरित करने के लिए अस्थाई रसोई को भेंट किये।
इस अवसर पर निशांत मिश्रा ने बताया कि जरूरतमंद लोगों को खाना, दूध और बिस्कुट वितरित करने के साथ ही कपड़े के मास्क भी वितरित किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि जयपुरिया अस्पताल के नजदीक, कैलगिरी अस्पताल के नजदीक, प्रताप नगर, सांगानेर, रीको मानसरोवर, गोल्यावास, पत्रकार कॉलोनी के आगे एलंजा सर्किल के समीप, जगतपुरा कच्ची बस्ती में पीछे की ओर, खातीपुरा रेलवे स्टेशन के आगे नाले के पास बसी स्लम बस्ती समेत अनेक ऐसी जगह हैं, जहाँ वास्तविक जरूरतमंद हैं, लेकिन उन तक सहायता नहीं पहुँच रही है। उन्होंने सभी कलमकारों और आमजन से अपने मौहल्ले, कस्बे, शहर में मौजूद हर जरूरतमंद की सहायता के लिए तन, मन, धन से प्रयास करने की अपील की है। आपदाग्रस्त जरूरतमंद दिहाड़ी मजदूरों, खानाबदोश परिवार के लोगों और गरीब परिवारों के लिए लॉक डाउन समाप्त होने तक नियमित रूप से यह व्यवस्था रहेगी।