जयपुर, 25 जनवरी 2020। (निक विशेष) जेसीबी लिटरेचर फाउंडेशन ने जी जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल 2020 में आज जेसीबी प्राइज फॉर लिटरेचर को दृष्टिहीनों के लिए पुस्तकों को शॉर्टलिस्ट किए जाने को अधिक सुलभ बनाने की नई पहल की घोषणा की है। भारत के सबसे समृद्ध साहित्यिक पुरस्कार के सफलतापूर्वक चलने का यह द्वितीय वर्ष है, जो निर्माण कार्य में काम आने वाले उपकरण बनाने वाली दिल्ली की कंपनी जेसीबी की सीएसआर पहल के तौर पर शुरू किया गया था। इस पहल ने देश में स्थायी सांस्कृतिक विरासत का निर्माण करने की अपनी महत्वाकांक्षा को पूर्ण करने में महत्वपूर्ण प्रगति की है।
यह पहल साहित्य के जरिए भारत में भारतीय पुस्तकों के पाठकों की संख्या को बढ़ाने के फाउंडेशन के मुख्य उद्देश्य का विस्तार है, विशेष रूप से देशभर के कमजोर समुदायों व समूहों के बीच। इस पहल के तहत फाउंडेशन द्वारा देशभर के समूहों के बीच साहित्य को अधिक सुलभ व समावेशी बनाया जा रहा है।
इस महत्वपूर्ण पहल के तहत फाउंडेशन सुगम्य पुस्ताकलय के साथ मिलकर काम कर रहा है, जो सुलभ पुस्तकों के क्षेत्र में भारत का प्रथम व सबसे बड़ा संग्रह है। इसमें वे पुस्तकें शामिल हैं, जो दृष्टिहीनों को मुफ्त डाउनलोड के लिए ई-बुक्स के रूप में 2019 जेसीबी प्राइज फॉर लिटरेचर के लिए शॉर्टलिस्ट की गई थीं। शॉर्टलिस्ट की गई ये पुस्तकें पहली बार उन लोगों के लिए सुलभ होंगी, जो दृष्टिहीन होने के बावजूद काफी प्रतिभावान हैं। इसके अलावा ये ई-बुक्स दूसरे देशों में दृष्टिहीन समुदायों के अंतर्राष्ट्रीय पुस्तकालयों को भी उपलब्ध कराई जाएंगी।
फाउंडेशन ने 2019 जेसीबी प्राइज फॉर लिटरेचर की विजेता- माधुरी विजय की ‘द फार फील्ड‘ की फिजीकल ब्रेल कॉपी बनाने के लिए एक्सेस फॉर ऑल के साथ भी साझेदारी की है। इस पुस्तक की प्रतियां टेक्टाइल कवर (महसूस किए जा सकने वाले कवर) के साथ तैयार की जाएंगी, जिससे ये दृष्टिहीनों को एक पूर्ण उपयोग का अनुभव प्रदान करेंगी। इन पुस्तकों को पूरे देश में स्थित ब्रेल लाइब्रेरीज को डोनेट किया जाएगा।
इस पहल पर टिप्पणी करते हुए जेसीबी इंडिया के एमडी व सीईओ, सुबीर कुमार चौधरी ने कहा कि ‘भारत में साहित्य सभी के लिए सुलभ होना चाहिए। 2018 में अपनी शुरूआत के बाद से जेसीबी लिटरेचर फाउंडेशन जेसीबी प्राइज फॉर लिटरेचर के लिए शॉर्टलिस्ट की गई एंट्रीज को सभी के लिए उपलब्ध बनाने के अपने मूल उद्देश्यों में से एक था। फाउंडेशन द्वारा 2019 में भारत व बाहर के दृष्टिहीनों के लिए शॉर्टलिस्ट की गई एंट्रीज को सुलभ बनाने की यह पहल सही दिशा में महत्वपूर्ण कदम है, जिसके साथ हम जेसीबी प्राइज फॉर लिटरेचर को 2020 में अपने तीसरे वर्ष में प्रवेश करने का इरादा रखते हैं।
यह घोषणा ‘लिटरेचर फॉर ऑल: द जेसीबी प्राइज शॉर्टलिस्ट इन ब्रेल‘ विषय पर आयोजित विशेष सैशन के दौरान की गई। लेखिका व जेसीबी प्राइज फॉर लिटरेचर की लिटरेरी डायरेक्टर, मीता कपूर द्वारा संचालित किए गए इस सैशन में दृष्टिहीनों के लिए साहित्य व साहित्यिक कथा की पहुंच के बारे में चर्चा की गई। इसके पैनलिस्ट में हार्पर कॉलिंस इंडिया के सीईओ, अनंत पद्मनाभन; सक्षम ट्रस्ट के संस्थापक एवं वर्ल्ड ब्लाइंड यूनियन की कार्यकारी समिति के सदस्य, दीपेंद्र मनोचा और एक्सेस फॉर ऑल के संस्थापक, सिद्धांत शाह शामिल थे।
यह सैशन जी जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल 2020 में चर्चाओं की एक विशेष श्रृंखला का हिस्सा था। इस सैशन में श्रोताओं को 2019 के जेसीबी प्राइज फॉर लिटरेचर में शॉर्टलिस्ट की गई पुस्तकों, जूरी सदस्यों के साथ-साथ जेसीबी लिटरेचर फाउंडेशन के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। फाउंडेशन की ओर से जी जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के साथ मिलकर दृष्टिहीनों के लिए साहित्य की पहुंच पर एक विशेष सत्र भी चलाया गया, जो विशेष रूप से प्रकाशन क्षेत्र के लिए था।
वर्ष 2018 में शुरू किया गया जेसीबी प्राइज फॉर लिटरेचर जेसीबी लिटरेचर फाउंडेशन की प्रमुख पहलों में से एक है। भारत में साहित्यिक उपलब्धियों की प्रतिष्ठा बढ़ाने तथा समकालीन भारतीय लेखन की व्यापक विजिबलिटी बनाने के लिए इसकी शुरूआत की गई थी। यह पुरस्कार अनुवाद को प्रोत्साहित करता है और नए दर्शकों को स्वयं की तथा अन्य भाषाओं में लिखे गए भारतीय साहित्य से रूबरू कराना उद्देश्य है।
लिटरेरी डायरेक्टर, मीता कपूर ने बताया कि ‘जेसीबी लिटरेचर प्राइज में शॉर्टलिस्ट की गई पुस्तकों को ब्रेल में परिवर्तित किया जाना भारतीय समकालीन कथा साहित्य को सर्वश्रेष्ठ बनाने, अंग्रेजी में व ट्रांसलेशन में, सभी के लिए सुलभ बनाने की दिशा में हमारी एक छोटी सी पहल है। हमें उम्मीद है कि प्रकाशन उद्योग को एक मार्गदर्शक सिद्धांत के रूप में सम्पूर्णता को अपनाने तथा प्रिंट में अक्षम लोगों के लिए उत्कृष्ट भारतीय लेखन बनाने, उसे साझा करने और पढ़ने की सुविधा प्रदान करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।