प्रलेस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में “किस्सागोई” पुस्तक की लेखिका उमा के शामिल होने से, त्रिकोणीय चर्चा शुरू हुई,प्रलेस, क़िस्सागोई और उमा उमा,,1936 से आज भी प्रासंगिक है, प्रगतिशील लेखक संघ

887
    लेखिका उमा प्रगतिशील लेखक संघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल,,,,,
    जयपुर 6 अक्टूबर 2019।(निक साहित्य) जयपुर की युवा लेखिका उमा को प्रगतिशील लेखक संघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल किया गया है।
    यह जानकारी लेखक संघ के राष्ट्रीय महासचिव डॉ सुखदेव सिंह ने दी।
    उमा राजस्थान की ऐसी प्रथम महिला लेखक हैं, जिनका भारतीय ज्ञानपीठ से नवलेखन पुरस्कार के तहत उपन्यास प्रकाशित हुआ। हाल ही में छपी उनकी पुस्तक “किस्सागोई” की साहित्य जगत में काफी चर्चा है। प्रगततिशील लेखक संघ के पिछले दिनों जयपुर में हुए राष्ट्रीय सम्मेलन के अवसर पर प्रकाशित पुस्तक “प्रतिरोध की नई जमीन” का संपादन भी उमा ने किया है। यह पुस्तक समानांतर साहित्य उत्सव पर केंद्रित है।

    प्रलेस के सभी प्रदेशों से प्रतिनिधियों की निर्धारित संख्या के मापदंड से अलग उमा को विशेष रूप से राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल किया गया है। इससे प्रलेस के राष्ट्रीय नेतृत्व में राजस्थान के प्रतिनिधियों की संख्या अब पांच हो गई है। इससे पहले प्रलेस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में ऋतुराज, ईशमधु तलवार तथा फ़ारूक़ आफ़रीदी और सचिव मंडल के सदस्य के रूप में प्रेमचंद गांधी को शामिल किया जा चुका है।