तरुणा राजपुरोहित ने बीकानेर के मोहम्मद हनीफ उस्ता की विरासत *उस्ता कला* पर शोध कर बीकानेर ,राजस्थान ही नहीं सम्पूर्ण कला जगत को विश्व पटल पर अंकित किया,

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जयपुर 13 अगस्त2019।(निक शिक्षा)बीकानेर रियासत की उस्ता कला में *मोहम्मद हनीफ उस्ता के योगदान* पर शोध करने वाली तरुणा राजपुरोहित,बहुत ही उत्साहित नज़र आ रही है, कारण ,यह एक ऐसा विषय है,जो विश्व पटल पर अपना एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है।
तरुणा ने यह शोध,कला समीक्षक, विशेषज्ञ और वनस्थली विद्यापीठ की कला संकाय की विभागाध्यक्ष किरण सरणा, रीता प्रताप,और स्वयं हनीफ उस्ता के मार्गदर्शन से पूर्ण किया, साथ ही इन सबके समक्ष अपने उस्ता कला के बारे मे जानकारी रखी।
हनीफ उस्ता ने तरुणा को उनके सराहनीय कार्य के लिए बधाई दी।
तरुणा राजपुरोहित वर्तमान में वनस्थली विद्यापीठ के डिजाइन विभाग में शिक्षकक रूप में कार्यरत है। उनके पिता पेंटर पृथ्वीसिंह व माता प्रेमलता राजपुरोहित ,तरुणा के इस शोध विषय से गौरान्वित महसूस कर रहे हैं।