थानागाजी रेप मामले में सूबे के गृहमन्त्री को तुरन्त जवाब देना चाहिए:मदन लाल सैनी newindia खबर को अभी 8 बजे जानकारी मिली है कि मामले में देरी के कारण थानागाजी के थानाधिकारी को निलंबित कर दिया गया है,,

1078

थानागाजी में हुई घटना प्रदेश के माथे पर कलंक,,,,,
***************************************
राजनीतिक षडयंत्र के चलते कांग्रेस सरकार ने दबाया मामले को :
***********************************
घटना की विस्तृत रिपोर्ट के लिये जांच समिति गठित:
****************************************जयपुर 07 मई,2019।(निक राजनीतिक)भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी ने पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा कि थानागाजी (अलवर) में हुई सामूहिक दुष्कर्म की घटना प्रदेश के माथे पर कलंक है। इस घटना को लेकर राज्य सरकार का जो रवैया रहा है, उसने राजस्थान को शर्मसार किया है।

सैनी ने कहा कि अभी तक इस मामले में गृह मंत्रालय तथा सरकार का कोई अधिकारिक बयान नहीं आया है। यह वीभत्स घटना निंदनीय है। इस मामले में मुख्यमंत्री को कार्रवाई करनी चाहिए। इतने दिनों तक मामले को दबाये रखने के लिए मुख्यमंत्री जिम्मेदार है। उन्हें इस्तीफा देना चाहिए।

सैनी ने कहा कि इस घटना की जानकारी को चुनाव तक छिपाये रखने में गहरा राजनीतिक षडयंत्र नजर आता है। राजनीतिक नुकसान से बचने के लिए चुनाव तक इस मामले को कांग्रेस की सरकार ने दबाकर रखा है। इस घटना के लिए जितने दोषी अपराधी है, उससे अधिक दोषी सरकार में बैठे लोग है। भाजपा इस घटना की तथा इस घटना को इतने दिन तक दबाकर रखने वाली नाकारा, असंवेदनशील तथा लापरवाह सरकार की भी कड़ी निंदा करती है।

सैनी ने कहा कि प्रदेश में अनेक स्थानों पर राहुल गांधी के ‘‘अब होगा न्याय’’ के पोस्टर लगे है। प्रदेश की महिलाएं पूछना चाह रही है कि कांग्रेस के राज में उनके साथ इतना अन्याय क्यों हो रहा है। उदयपुरवाटी में 21 दिन में 9 दुष्कर्म की घटनाएं हो गई, सीकर में दुल्हन का अपहरण हो गया, प्रदेश में निरन्तर ऐसी अनेक घटनाएं हो रही है। ऐसी घटनाओं पर सरकार का चुप रहना सवाल खड़े करता है।

सैनी ने कहा कि प्रदेश में प्रशासन का भय तथा कानून का राज समाप्त हो चुका है। दिल्ली में जिस प्रकार से निर्भया कांड हुआ था, यह भी उसी प्रकार की वीभत्स घटना है। घटना के 11 दिन बाद तक सरकार की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं हुई, यह दुर्भाग्यजनक है।

सैनी ने कहा कि राज्यसभा सांसद रामकुमार वर्मा, महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सुमन शर्मा तथा विधि आयोग की पूर्व अध्यक्ष डाॅ. ज्योति किरण शुक्ला के नेतृत्व में एक समिति गठित की है। यह समिति पीड़िता तथा सम्बन्धित अन्य लोगों से मिलकर कल सुबह तक अपनी रिपोर्ट देगी।