बलात्कार मुक्त भारत बनाने के लिए राजधानी में जन संवाद का आयोजन किया गया,,,,,,
जयपुर 3 मई2019:(निक सामाजिक) नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी द्वारा स्थापित कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन और कमलनिष्ठा संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में – रेप फ्री इंडिया- अभियान के तहत पिंकसिटी प्रेस क्लब सभागार में शुक्रवार को जनसंवाद कार्यक्रम रखा गया।
गौरतलब है कि अभियान के तहत राजस्थान में लोकसभा का चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों से बलात्कार मुक्त भारत बनाने में सहयोग करने का अनुरोध किया जा रहा है। इसके तहत भारत को 2022 तक बलात्कार मुक्त बनाने के लिए राजस्थान के 25 निर्वाचन क्षेत्रों में सिविल सोसायटी समूहों ने एक अभियान की शुरुआत की है। जिसमें बलात्कार मुक्त भारत बनाने के शपथ पत्र पर हस्ताक्षर कराने सहित मुख्य-मुख्य जगहों पर जन संवादों का आयोजन शामिल है। गौरतलब है कि सिविल सोसायटी समूहों के इस आयोजन की अगुवाई नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित श्री कैलाश सत्यार्थी द्वारा स्थापित कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन, कमल्स्थिान और कोलसिया जैसी अग्रणी संस्थाएं कर रही हैं।
शुक्रवार को आयोजित इस जन संवाद में विभिन्नराजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों, लोकसभा क्षेत्रों के निर्दलीय उम्मीदवारों, महिला समूहों, युवाओं और बुद्धिजीवियों ने भाग लिया। जन संवाद में वक्ताओं ने इस बात पर चिंता जताई कि देश में मजबूत कानून के बावजूद महिलाएं और बच्चे डर के माहौल में जीने को अभिशप्त हैं और उनकी सुरक्षा की स्थिति गंभीर बनी बनी हुई है। बलात्कार और यौन हिंसा का मुकाबला करने के लिए जितनी राजनीतिक इच्छाशक्ति, जवाबदेही और सामाजिक जिम्मेवारी की ज़रूरत है, वह अभी भी नज़र नहीं आती। इसीलिए हमको वोट की अपेक्षा करने वाले प्रत्याशियों से यह मांग करनी चाहिए कि जिन्हें हमारा वोट चाहिए वे सबसे पहले हमें बलात्कार मुक्त भारत बनाने की गारंटी दें। नया भारत बनाने के प्रति वे हमसे अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त करें।
कमलनिष्ठा संस्थान के डीपी सिंह ने बताया कि कार्यक्रम में प्रेस क्लब अध्यक्ष अभय जोशी, समाजसेवी रितु अग्रवाल, भाजपा महिला मोर्चा अध्यक्ष मधु शर्मा, स्वराज इंडिया पार्टी के महासचिव अजीत सिंह चौधरी, भाजयुमो नेता कुलदीप सिंह बैंसला, बॉलीवुड कोरियोग्राफर विकास सक्सेना, राजस्थानी फिल्म अभिनेता श्रवण सागर, युवा भारत अभियान के महासचिव हर्ष दाधीच, चाहत फाऊंडेशन से श्रेया गुप्ता, डीएसपी अधिकार दल के महासचिव रमेश प्रजापत, नेशनलिस्ट पीपल्स फ्रंट के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंचशील जैन, वैशाली क्लब संयोजक पवन टाक, मिस राजस्थान 2017 सिमरन शर्मा, फिल्म डायरेक्टर योगेश मिश्रा, राजस्थानी फिल्म अभिनेता राजा जांगिड़, फिल्म डायरेक्टर अनिल सैनी, थियेटर आर्टिस्ट आनंद गंगवाल, फिल्म निर्देशक संजय मलिक, मिसेज वर्ल्ड लीना शर्मा, प्रोफेसर सुमन शर्मा, कांग्रेस सेवादल के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुरेश चौधरी, भाजयुमो नेता विकेश, कांग्रेस रिसर्च डिपार्टमेंट के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. वेदप्रकाश शर्मा, बेटी फाऊंडेशन की कीर्ती रैना, विष्णुदत्त जैमन आदि उपस्थित रहे और चर्चा की।
ये है अभियान का उद्देश्य,,,,,
इस अभियान की शुरुआत इसलिए की जा रही है क्योंकि देश में दिनानुदिन महिलाओं और बच्चों के साथ बलात्कार की घटनाएं जिस तरह से बढ़ती जा रही हैं वह महामारी का संकेत देती हैं। बलात्कार की बढ़ती घटनाओं के खिलाफ लोगों को जागरूक करने के लिए इस अभियान की जरूरत महसूस की गई है। अभियान को देश के 19 राज्यों के 500 लोकसभा क्षेत्रों में चलाया जा रहा है, जिसमें बलात्कार मुक्त भारत के शपथ पत्र पर विभिन्न राजनीतिक दलों और निर्दलीय प्रत्याशियों के हस्ताक्षर करवाने सहित जन संवादों के आयोजन शामिल हैं।इस बाबत कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन के मैनेजर श्री देशराज सिंह बताते हैं,“हमारे देश में बलात्कार नेसबसे बड़ी सामाजिक समस्या का रूप ले लिया है। इसलिए यह जरूरी है कि राजनीतिक दल इस मुद्दे को प्राथमिकता दें।‘’
इस अभियान के शपथ पत्र पर अभी तक 300 से ज्यादा प्रत्याशियों ने पार्टी लाइन से ऊपर उठकर हस्ताक्षर किए हैं, जिनमें कई दिग्गज शामिल हैं। मसलन, कांग्रेस के श्री दिग्विजय सिंह, श्रीमती शीला दीक्षित, भारतीय जनता पार्टी के श्री रविशंकर प्रसाद, श्रीमती रीता बहुगुना जोशी, राष्ट्रीय जनता दल के श्री शरद यादव, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के श्री कन्हैया कुमार और आम आदमी पार्टी के श्री दिलीप पांडेय जैसे राजनेता प्रमुख हैं।
अभियान के शपथ पत्र की मुख्य मांगें इस प्रकार हैं-‘’बलात्कार मुक्तभारत बनाने को सुनिश्चित करने के लिए एक बजटीय राष्ट्रीय कार्य योजना तैयार किया जाए औरकेंद्रीय बजट में बाल संरक्षण के लिए 10 प्रतिशत राशि का आवंटन किया जाए।‘’जन संवाद में हिस्सा लेने वालों ने यह भी मांग की कि यौन अपराधों के आरोपियों को पार्टी से तत्काल निलंबित किया जाए और दोषमुक्त साबित होने तक ऐसे किसी भी व्यक्ति या उसके समर्थकों को राजनीतिक दल चुनाव में अपना उम्मीदवार न बनाएं।
देशराजजी का कहना है,‘’हम विभिन्न राजनीतिक दलों और सरकारों से मांग करते हैं कि महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के मुद्दे को सबसे महत्वपूर्ण एजेंडे के रूप में अपने घोषणापत्र में शामिल करें।‘’
सरकारी आंकड़ों के अनुसारराजस्थान में बच्चों के खिलाफ अपराधों में पिछले पांच सालों (2012-16) में 123% की वृद्धि देखी गई है। 2016 मेंभारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और यौन अपराधों के खिलाफ बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) के तहत बच्चों के खिलाफ अपराधों के 4,034 मामलों की रिपोर्टिंग की गई। देशभर में बच्चों के खिलाफ दर्ज किए गए सभी अपराधों में से चार प्रतिशत अकेलेराजस्थान से थे। इस तरह से देखें तो बच्चों के खिलाफ अपराधों के मामले में राज्य 10वें स्थान पर आताहै।
पिछले महीने 6 अप्रैल को पटना में शुरू किए गए बलात्कार मुक्त भारत अभियान के तहत जन संवादों का आयोजन अभी तकरायपुर, विजयवाड़ा, हैदराबाद, भुवनेश्वर, बेंगलुरू, अहमदाबाद, त्रिची, झांसी और पुणे जैसे शहरों में किया जा चुका है। इस अभियान में भारी संख्या में राजनेता, युवा, कॉरपोरेट प्रमुख, महिलाओं के समूह, जमीनी स्तर पर काम करने वाले सिविल सोसायटी समूह और एनजीओज सुरक्षित बचपन, सुरक्षित भारत बनाने को मजबूत संकल्प के साथ जुड़ रहे हैं।
अधिक जानकारी के लिए लॉग इन कर सकते हैं: www.satyarthi.org.in/RapeFreeIndia
बलात्कार मुक्त भारत का यह राष्ट्रीय अभियान नेटवर्क्स, कोलेजन,सिविल सोसायटी समूह,एनजीओजऔर बाल संरक्षण के मुद्दोंपर काम करने वाले विभिन्नगठबंधनों का एक समन्वित रूप है।